फिर हुई उपेक्षा, इमरजेंसी के कार्यक्रम में नहीं बुलाए गए अाडवाणी
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की उपेक्षा किए जाने का एक और मामला प्रकाश में आया है। गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इंमरजेंसी के दौरान जेल गए कुछ लोगों को सम्मानित किया लेकिन इस आयोजन में आडवाणी को आमंत्रित नहीं किया गया।
नई दिल्ली। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की उपेक्षा किए जाने का एक और मामला प्रकाश में आया है। गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इंमरजेंसी के दौरान जेल गए कुछ लोगों को सम्मानित किया लेकिन इस आयोजन में आडवाणी को आमंत्रित नहीं किया गया।
भाजपा हर साल दिल्ली के कान्स्टिट्युशन क्लब में इमरजेंसी की वर्षगांठ पर काय्रक्रम का आयोजन करती है और तकरीबन हर साल मुख्य अतिथि के तौर पर आडवाणी को आमंत्रित किया जाता रहा है।
आडवाणी इमरजेेंसी के दौरान 19 महीने तक जेल में रहे थे। हाल ही में एक अंग्रेजी समाचार पत्र को दिए इंटरव्यू में आडवाणी ने कहा था कि आज भी वे इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं हैं कि देश में फिर कभी इमरजेंसी नहीं लग सकती।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना था कि उनका इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ था। हालांकि बाद में उन्होंने साफ कर दिया था कि उनका इशारा नरेंद्र मोदी की ओर नहीं था।
पार्टी के किसी कार्यक्रम मेें आडवाणी की अनदेखी हुई है एेसा पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले भी छह जून को पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर अायोजित कार्यक्रम में उन्हें नहीं बुूलाया गया था। इसके अलावा इसी साल बेंगलुरु में हुई पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भी शुरुआती भाषण देने वालों में अाडवाणी का नाम नहीं था।