कोरोना गया नहीं कि बर्ड फ्लू ने फिर दी दस्तक, केरल के अलाप्पुझा जिले में मिले केस, पक्षियों को मारने के निर्देश
देश में कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई कि बर्ड फ्लू ने एकबार फिर दस्तक दे दी है। केरल के अलाप्पुझा जिले के पुरक्कड़ से भेजे गए बत्तखों के नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। पढ़ें यह रिपोर्ट...
तिरुवनंतपुरम, आइएएनएस। देश में कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई कि बर्ड फ्लू ने एकबार फिर दस्तक दे दी है। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक केरल के अलाप्पुझा जिले के पुरक्कड़ से भेजे गए बत्तखों के नमूनों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान की भोपाल स्थित प्रयोगशाला में इन नमूनों को भेजा गया था जहां से इनके एच-5एन-1 इन्फ्लूएंजा वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई।
वायरस की रोकथाम के लिए केरल के पशु चिकित्सा अधिकारियों ने थाकाझी ग्राम परिषद में पक्षियों को मारने के निर्देश जारी किए हैं। इसके लिए 10 टीमें गठित की गई हैं। विशेषज्ञों की मानें तो यह वायरस हवा के जरिए तेजी से फैल सकता है। इंसानों पर इसका असर कम ही देखा गया है। इस वाकए से अलाप्पुझा जिले के किसानों को बड़ा झटका लगा है क्योंकि क्रिसमस का सीजन नजदीक है जिसमें की भारी मांग होती है।
हाल ही में राजस्थान के नागौर जिले के सांभर झील क्षेत्र में बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि हुई थी। बर्ड फ्लू के चलते पांच दिन में 60 से ज्यादा कोवों और कुछ अन्य पक्षियों की मौत हुई थी। यही नहीं राजस्थान के जोधपुर जिले के कापरड़ा गांव के तालाब में 189 प्रवासी पक्षियों कुरजां की मौत हुई थी। जोधपुर जिले में साल 2019 में हजारों पक्षी इस संक्रमण के चलते मृत पाए गए थे। जनवरी 2021 में राजस्थान के 33 में से 15 जिलों में बर्ड फ्लू फैला था।
यूरोप में भी इस वायरस ने दस्तक दी है। हाल ही में मध्य इंग्लैंड (England) में एक पोल्ट्री यूनिट में बर्ड फ्लू के केस मिले थे। पोलैंड ने भी पोल्ट्री फार्मों में इस H-5N-1 बर्ड फ्लू के कई प्रकोपों की सूचना दी थी। बेल्जियम और लक्जमबर्ग में भी बर्ड फ्लू के मामले पाए गए थे जिसके बाद फ्रांस ने अपने अलर्ट स्तर को बढ़ा दिया था। फ्रांस ने पिछली सर्दियों में बर्ड फ्लू के कारण देश के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में लगभग 30 लाख पक्षियों को मार डाला था।