कोरोना के खिलाफ बूस्टर खुराक के रूप में भी बेहद प्रभावी है कोवैक्सीन, भारत बायोटेक का दावा
भारत बायोटेक का कहना है कि कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सिन की बूस्टर डोज के परीक्षण ने बिना किसी गंभीर प्रतिकूल घटना के दीर्घकालिक सुरक्षा का प्रदर्शन किया है। कोवैक्सिन की बूस्टर डोज लगवाने वाले 90 फीसद प्राप्तकर्ताओं में कोरोना के खिलाफ लड़ने योग्य एंटीबाडी प्रतिक्रिया देखी गई है।
नई दिल्ली, एजेंसियां। भारत बायोटेक (Bharat Biotech) का कहना है कि कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन की बूस्टर डोज (Covaxin booster jabs) के परीक्षण ने बिना किसी गंभीर प्रतिकूल घटना के दीर्घकालिक सुरक्षा का प्रदर्शन किया है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक भारत बायोटेक ने दावा किया कि परीक्षणों से संकेत मिलते हैं कि कोवैक्सीन कोरोना संक्रमण खिलाफ बूस्टर खुराक के तौर पर सुरक्षित है। बूस्टर डोज (Covaxin booster jabs) लगवाने वाले 90 फीसद प्राप्तकर्ताओं में कोरोना के खिलाफ लड़ने योग्य एंटीबाडी प्रतिक्रिया देखी गई है।
Bharat Biotech says its trial of Covaxin booster jabs has demonstrated "long-term safety with no serious adverse events"
"90% of recipients had a detectable neutralizing antibody response against the wild-type strain (6 months after the second dose)," the Covaxin maker says pic.twitter.com/4Ldgdx2zoc— ANI (@ANI) January 8, 2022
भारत बायोटेक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कृष्ण एला ने शनिवार को कहा कि आकलन बताते हैं कि कोवैक्सीन (बीबीवी-152) की बूस्टर खुराक सुरक्षित है। साथ ही प्रतिशक्षा को बनाए रखने के लिए भी प्रभावी है। ट्रायल के परिणाम कोवैक्सीन को बूस्टर खुराक के तौर पर मुहैया कराने के हमारे लक्ष्य को मजबूती देते हैं। वयस्कों, किशोरों को दो प्राथमिक खुराक और बूस्टर डोज के साथ ही कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में दुनिया के लिए सुरक्षित टीकों के निर्माण का हमारा लक्ष्य पूरा हो गया है।
भारत बायोटेक ने कहा कि आंकडों के आधार पर हमें यकीन है कि सुरक्षा के उच्चतम स्तर को बनाए रखने के लिए कोवैक्सीन की तीसरी डोज कारगर होगी। बता दें कि भारत बायोटेक की कोवैक्सिन से ही 15 से 18 साल के किशोरों का टीकाकरण किया जा रहा है। हाल ही में भारत बायोटेक ने कहा था कि दूसरे और तीसरे चरण के अध्ययन में उसकी कोवैक्सीन दो से 18 वर्ष आयुवर्ग में सुरक्षित, अच्छी तरह सहन करने योग्य और इम्युनिटी बढ़ाने वाली पाई गई है।
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को बताया कि किशोरों के लिए टीकाकरण की शुरुआत के एक हफ्ते के भीतर ही 15 से 18 उम्र के दो करोड़ से अधिक बच्चों को कोविड-19 रोधी वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है। देश में टीकाकरण का आंकड़ा 150.61 करोड़ (1,50,61,92,903) को पार कर गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि देश में 91 फीसद से अधिक वयस्क आबादी को टीके की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है। यही नहीं 66 फीसद से ज्यादा लोगों को दोनों खुराक दी जा चुकी है।