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केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की देशव्‍यापी हड़ताल कल, 25 करोड़ लोगों के शामिल होने का दावा

एक अनुमान के अनुसार आठ जनवरी को होने जा रही हड़ताल में लगभग 25 करोड़ श्रमिक शामिल हो सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो कानून-व्‍यवस्‍था को संभालना मुश्किल हो सकता है।

By Tilak RajEdited By: Published: Tue, 07 Jan 2020 11:20 AM (IST)Updated: Tue, 07 Jan 2020 01:02 PM (IST)
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की देशव्‍यापी हड़ताल कल, 25 करोड़ लोगों के शामिल होने का दावा
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की देशव्‍यापी हड़ताल कल, 25 करोड़ लोगों के शामिल होने का दावा

नई दिल्‍ली, एजेंसी। ट्रेड यूनियनों ने कल देशव्‍यापी हड़ताल बुलाई है। इस हड़ताल में लगभग 25 करोड़ लोगों के शामिल होने का अनुमान है। यह हड़ताल केंद्र सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ बुलाई गई है। कई बैंकों के भी इस हड़ताल में शामिल होने की बात कही जा रही है। अगर बैंक कर्मियों के साथ-साथ अन्‍य 25 करोड़ श्रमिक भी हड़ताल पर जाते हैं, तो पूरे देश पर इसका असर देखने को मिल सकता है।

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ट्रेड यूनियनों ने 8 जनवरी 2020 को होने जा रही हड़ताल के पीछे की वजह यह बताई कि अब तक श्रमिकों को उनकी किसी भी मांग पर श्रम मंत्रालय आश्‍वासन देने में सफल नहीं हुआ है। हड़ताल को टालने के लिए श्रम मंत्रालय ने 2 जनवरी, 2020 को ट्रेड यूनियनों की बैठक बुलाई थी, इसमें हुई बातचीत के बावजूद कोई हल निकलता नहीं दिखा। ट्रेड यूनियनों का यह आरोप है कि केंद्र सरकार का रवैया श्रमिकों के प्रति अवमानना का रहा है, जिससे उनको काफी ठेस पहुंची है। बताया जा रहा है कि 8 जनवरी को होने वाली हड़ताल का व्‍यापक असर देखने को मिल सकता है, क्‍योंकि इसमें एटक, सीटू, इंटक, एचएमएस, एआईयूटीयूसी, एसईडब्‍लूए, टीयूसीसी, एआईसीसीटीयू, यूटीयूसी, एलपीएफ समेत कई ट्रेड यूनियनों के शामिल होने की आंशका है।

एक अनुमान के अनुसार आठ जनवरी को होने जा रही हड़ताल में लगभग 25 करोड़ श्रमिक शामिल हो सकते हैं। अगर ऐसा होता है, तो कानून-व्‍यवस्‍था को संभालना मुश्किल हो सकता है। बताया जा रहा है कि हड़ताल के जरिए सरकार से श्रमिक विरोधी, राष्‍ट्रविरोधी और जनविरोधी नीतियों को वापस लेने और कुछ अपनी मांगों को पूरा कराने पर जोर देंगे। इस हड़ताल में 60 छात्रों के संगठन और विश्‍वविद्यालयों के पदाधिकारियों के शामिल होने की बात भी कही जा रही है।

कई बैंकों के भी इस हड़ताल में शामिल होने की बात कही जा रही है। अगर बैंक कर्मियों के साथ-साथ अन्‍य 25 करोड़ श्रमिक भी हड़ताल पर जाते हैं, तो पूरे देश पर इसका असर देखने को मिल सकता है। बैंक कर्मियों के हड़ताल पर जाने से व्‍यापार जगत के साथ-साथ आम लोगों को भी काफी परेशानी का सामना उठाना पड़ सकता है। इसलिए अगर आपको कोई बैंक संबंधी काम कल करना है, तो उसे आज ही निपटा दीजिए।


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