नोटबंदी का आईटी सिटी बेंगलुरु पर पड़ा सबसे कम प्रभाव
रियल एस्टेट कारोबारियों के संगठन क्रेडाई (CREDAI) के अनुसार, यहां कैश लेन-देन लगभग नगण्य है और इस कारण यहां का बाजार पारदर्शी हो गया है।
बेंगलुरु (प्रेट्र)। नोटबंदी के बाद देशभर के तमाम शहरों में अफरा-तफरी मची है या यूं कह लें काफी शहर प्रभावित हैं। लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जहां इसका असर लगभग नगण्य है और बेंगलुरु उनमें से एक है। रियल एस्टेट कारोबारियों के संगठन क्रेडाई (CREDAI) के अनुसार, यहां कैश लेन-देन लगभग नगण्य है और इस कारण यहां का बाजार पारदर्शी हो गया है।
क्रेडाइ के चेयरमैन, इरफान रजाक ने कहा, 'नोटबंदी से प्रभावित होने वाले तमाम शहरों में बेंगलुरु एक ऐसा शहर है जहां सबसे कम प्रभाव देखा जा रहा है।' बेंगलुरु में नोटबंदी के कारण रियल एस्टेट की कीमतों में कमी की उम्मीद मात्र अतिश्योक्ति है, क्योंकि इसका कोई वास्तविक आधार नहीं।
उन्होंने आगे बताया, आइटी और आइटीइएस सेक्टर में वेतनभोगियों द्वारा बाजारों का उपयोग प्राथमिक तौर पर बैंकिंग चैनल्स के जरिए होता है। देश में सर्वाधिक आकर्षक कीमतों वाले मार्केट में से बेंगलुरु मार्केट एक है। उन्होंने बताया बेंगलुरु मार्केट में हाल ही में सुधार देखा गया था और वर्तमान में देश का सर्वाधिक आकर्षक कीमत वाला बाजार है।
रजाक ने यह भी बताया कि नोटबंदी की घोषणा से छोटे लेकिन संगठित व्यापारियों के लिए एक निष्पक्ष और समान अवसर लेकर आएगा साथ ही इन्हें स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और प्रोजेक्ट की उच्च गुणवत्ता वितरण उपलब्ध करा रही है।
रजाक ने बताया, हालांकि कुछ मार्केट पर अस्थायी तौर पर प्रभाव हुआ है। क्रेडाइ बेंगलुरु व सोभा लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट व मैनेजिंग डायरेक्टर जे सी शर्मा ने बताया कि नोटबंदी एक अच्छा कदम है और इस तिमाही को छोड़कर रियल एस्टेट पर इसका कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं होगा।
बाद में क्रेडाइ ने एक रिपोर्ट 'इमर्जिंग ट्रेंड्स इन रियल एस्टेट एशिया पैसिफिक 2017' रिलीज किया, जिसमें उन निवेशकों को हाइलाइट किया गया जो निवेश के परिणाम और रिटर्न पर अधिक फोकस करते हैं।
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