रेलवे में बंगाल को मिली पांच वर्षों में सर्वाधिक राशि
इससे पता चलता है कि आगामी वित्तीय वर्ष के लिए करीब 70 फीसद अधिक राशि का प्रावधान किया गया है।
कोलकाता। संसद में वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा पेश आम बजट को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिशाहीन व आंकड़ों की बाजीगरी बताया है, लेकिन हकीकत में देखें तो पिछले साल की तुलना में पश्चिम बंगाल में रेलवे परियोजनाओं के लिए करीब 70 फीसद अधिक धन आवंटित किया गया है।
यह आवंटन पिछले पांच वर्षों की तुलना में सर्वाधिक है। प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक राज्य में विभिन्न रेलवे परियोजनाओं के लिए बजट में आगामी वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए कुल 6,336 करोड़ रुपये प्रस्तावित किए गए हैं, जबकि 2016-17 में यह धनराशि महज 3,820 करोड़ रुपये थी।
इससे पता चलता है कि आगामी वित्तीय वर्ष के लिए करीब 70 फीसद अधिक राशि का प्रावधान किया गया है। खास बात यह है कि आवंटित धनराशि का प्रमुख हिस्सा कोलकाता में मेट्रो परियोजनाओं के लिए है, जिनमें से कुछ एक योजना चरणबद्ध तरीके से पूरी होने वाली है।
हालांकि मेट्रो परियोजनाओं के लिए वास्तव में कितनी राशि आवंटित की गई है, इसके लिए शुक्रवार तक का इंतजार करना होगा। इस दिन वित्त मंत्री नई मेट्रो नीति की घोषणा करेंगे जिसमें सब साफ हो जाएगा।
वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए संकेत दिया कि नई नीति से मेट्रो परियोजनाओं के निर्माण व संचालन में निजी भागीदारी को अधिक से अधिक प्रोत्साहन मिलेगा। कोलकाता मेट्रो रेलवे देश में एकमात्र ऐसी मेट्रो परियोजना है जो भारतीय रेल के अधीन है और इसका संचालन रेल मंत्रालय करता है।