भीमा-कोरेगांव युद्ध जयंती से पूर्व बड़ी संख्या में लोगों के खिलाफ एहतियान कार्रवाई
भीमा-कोरेगांव युद्ध स्मारक के नजदीक हिंसा की पुनरावृत्ति रोकने के लिए पुलिस ने एहतियान कार्रवाई की है।
पुणे, प्रेट्र। भीमा-कोरेगांव युद्ध स्मारक के नजदीक एक जनवरी, 2018 को हुई हिंसा की पुनरावृत्ति रोकने के लिए पुलिस ने एहतियान 1,211 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है। प्रशासन का अनुमान है कि इस बार एक जनवरी को युद्ध स्मारक पर 07 से 10 लाख लोग जुटेंगे।
एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में पुणे ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल ने बताया कि एहतियान कार्रवाई के तहत 64 लोगों पर आसपास के क्षेत्र में जाने पर रोक लगा दी गई है। इनमें दक्षिणपंथी हिंदू नेता मिलिंद एकबोटे और वामपंथी सांस्कृतिक संगठन कबीर कला मंच (केकेएम) के सदस्य शामिल हैं। इसके अलावा छह लोगों को जिले से निर्वासित कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि एक जनवरी, 2018 की हिंसा के संबंध में जिन लोगों के खिलाफ गंभीर मामले हैं, उन्हें इस कार्यक्रम से दूर रखा गया है। जिले में सक्रिय एक गिरोह के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण कानून के तहत कार्रवाई की गई है।
अफवाहें न फैलाएं
संवाददाता सम्मेलन को कोल्हापुर रेंज के विशेष आइजी विश्वास नांगरे पाटिल और पुणे जिला कलेक्टर नवल किशोर राम ने भी संबोधित किया। नांगरे पाटिल ने लोगों से अपील की कि वे न तो अफवाहें फैलाएं और न ही उन पर विश्वास करें।
दरअसल, दो महीने पहले सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वाले कई संदेश वायरल थे। इसके बाद पुलिस ने अफवाहें फैलाने के आरोप में 45 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की थी। जब उनसे पूछा गया कि क्या एक जनवरी को इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहेंगी? इस पर उन्होंने कहा कि यह हालात पर निर्भर करेगा।
निगरानी के लिए 500 से ज्यादा कैमरे
विशेष आइजी ने बताया कि पुणे जिले की सीमाओं पर पुलिस चेक पोस्ट स्थापित की गई हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। साथ ही इलाके की निगरानी के लिए 500 सीसीटीवी कैमरे, 11 ड्रोन कैमरे और 40 वीडियो कैमरे लगाए गए हैं।