विकलांगता को दी मात, हासिल की डिग्री
इंसान में अगर आगे बढ़ने की इच्छा हो तो उसे दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती। विकलांगता भी उसके आड़े नहीं आ सकती। बावजूद विकलांगता के अगर कोई झंडे गाड़ दे तो इसे क्या कहेंगे। जी हां इसी तरह के झंडे गाड़े हैं गवर्नमेंट कालेज आफ गर्ल्स सेक्टर-11 की अनु यादव ने जिसे शुक्रवार को कालेज में ि
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ । इंसान में अगर आगे बढ़ने की इच्छा हो तो उसे दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती। विकलांगता भी उसके आड़े नहीं आ सकती। बावजूद विकलांगता के अगर कोई झंडे गाड़ दे तो इसे क्या कहेंगे।
जी हां इसी तरह के झंडे गाड़े हैं गवर्नमेंट कालेज आफ गर्ल्स सेक्टर-11 की अनु यादव ने जिसे शुक्रवार को कालेज में डिग्री प्रदान की गई। डिग्री मिलने के बाद मिली शाबाशी से अनु के हौंसले बुलंद हैं जिन्हें आसानी से उसके चेहरे पर पढ़ा जा सकता था। अनु को मुकाम दिलाने में दिलो जान से मदद की माता पिता डा. रश्मि यादव व मंजीत सिंह यादव ने। इन्होंने बेटी को न केवल आगे बढ़ाया, बल्कि उसकी बेसिक पढ़ाई पूरा करने में पूरी मदद की।
28 अगस्त 1992 को जन्मी अनु जन्म से ही बोलने सुनने में असमर्थ है। उन्होंने चेन्नई के क्लार्क स्कूल फॉर डेफ से अच्छे अंकों में दसवीं व बारहवीं की परीक्षा पास की। बीए फाइनल गवर्नमेंट कालेज फार गर्ल्स सेक्टर-11 से 53.8 प्रतिशत अंक हासिल कर पूरी की। फिलहाल वह इसी कालेज से सोशोलॉजी में एमए कर रही हैं। इन्होंने कई प्रोफेशनल कोर्स भी कर रखे हैं। तीन माह का आफिस मैनेजमेंट का कोर्स भी यहीं से पूरा किया है। विशेष स्कूल से इन्होंने 12 साल तक लिप रीडिंग कोर्स भी किया है। मां रश्मि यादव पंजाब यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। उनका कहना है कि बेटी को लेकर चिंता तो रहती है, लेकिन सबसे बड़ा काम जो हाथ में लिया है वो इसे आत्मनिर्भर बनाना। यही हमारा लक्ष्य है।
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