Move to Jagran APP

हिंदू नाम रखकर वारदातों को अंजाम दे रहे बांग्लादेशी मुसलमान, जानें- किस तरह चढ़े पुलिस के हत्थे

पूछताछ में इसका संबंध बांग्लोदश से मिलने पर पुलिस ने इसका मोबाइल फोन ट्रेस किया है। इसमें यह बात सामने आयी है कि फरार आरोपित गोविंदा का मोबाइल बंगाल जाते ही बंद हो जाता है और तीन से चार दिन बाद फिर बंगाल में ही चालू होता है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Published: Tue, 22 Jun 2021 08:32 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jun 2021 09:20 PM (IST)
मध्य प्रदेश में भी फेरी वाले बनकर चोरी और लूटपाट कर रहे

राजनांदगांव, जेएनएन। छत्तीसगढ़ में बांग्लादेशी मुसलमान हिंदू नाम रखकर चोरी और लूटपाट की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। इसका पर्दाफाश जिले में चोरी के आठ आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद हुआ है। ये राजनांदगांव के अलावा कबीरधाम, बेमेतरा, मुंगेली और धमतरी सहित कई जिलों में फेरी में बर्तन बेचने की आड़ में सूने मकानों की रेकी कर वारदात को अंजाम देते थे। सभी का संबंध बांग्लादेश से है। उनका मास्टरमाइंड आरोपित गोविंदा उर्फ अकरम खान फरार है।

loksabha election banner

पुलिस अधीक्षक डी. श्रवण ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने फरजान (22) पिता मसूद खान, सुमंत खंडोकार (19) पिता अब्दुल अव्वल, मो. मकसूद उर्फ कालू (33) पिता मो. असलम अली, मो. जानी अली (26) पिता मो. रहमत अली, मो. सुमंत खान (20) पिता स्व. मो. सलाम खान, मासूम शेख (28) पिता अमीर शेख, मोहम्मद बादोल उर्फ बादल राय (20) पिता जायेद उल उर्फ रंजीत राय और ज्वेलर्स संचालक विकास सोनी (20) को गिरफ्तार किया है।

मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में भी हैं ये बांग्लादेशी मुस्लिम

पूछताछ में इसका संबंध बांग्लादेश से मिलने पर पुलिस ने इसका मोबाइल फोन ट्रेस किया है। इसमें यह बात सामने आयी है कि फरार आरोपित गोविंदा का मोबाइल बंगाल जाते ही बंद हो जाता है और तीन से चार दिन बाद फिर बंगाल में ही चालू होता है। गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ में यह भी पता चला है कि इनके कुछ लोग मध्य प्रदेश के इंदौर और अनूपपुर में भी हैं।

गंभीर बात यह है कि आठ में से एक आरोपित मोहम्मद अबू बकर सिद्दीकी उर्फ आकाश यादव ने महासमुंद (छत्तीसगढ़) के तोषगांव में नाम बदलकर आधार कार्ड तक बना लिया है। वह यहां एक विधवा से शादी रचाकर घर जमाई के रूप में रह रहा था। गांव के लोगों को भी उसके बांग्लादेशी या बंगाल से होने की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी आरोपित नाम बदलकर अलग-अलग जगह किराये में रहते थे और वारदात को अंजाम देने के बाद भाग जाते थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.