सद्भाव के इम्तिहान में पास हुई अयोध्या
छह दिसंबर को सद्भाव के बीसवें इम्तिहान में अयोध्या के साथ सूबे के सभी नगरों में माहौल सामान्य रहा। राममंदिर आंदोलन के बाद जन्मी नई अयोध्या में भय से परे फिजाओं में रोजमर्रा की तरह भोर होते ही जहां रामनाम घुला तो वहीं मस्जिदों से उठने वाली नमाज को भी सरयू के शीर्ष पर स्थान मिला। शहर ने 'शाम-ए-अवध्
लखनऊ, जागरण टीम। छह दिसंबर को सद्भाव के बीसवें इम्तिहान में अयोध्या के साथ सूबे के सभी नगरों में माहौल सामान्य रहा। राममंदिर आंदोलन के बाद जन्मी नई अयोध्या में भय से परे फिजाओं में रोजमर्रा की तरह भोर होते ही जहां रामनाम घुला तो वहीं मस्जिदों से उठने वाली नमाज को भी सरयू के शीर्ष पर स्थान मिला। शहर ने 'शाम-ए-अवध' की रवानी को जिंदा रखा। लग ही नहीं रहा था यह वही जमीन है, जहां कभी मंदिर-मस्जिद के नाम पर खून बहे थे।
पुलिस की आशंकाओं को शांत करते हुए छह दिसंबर के दिन अयोध्या ने किसी भी नापाक हवा को दहलीज से गुजरने तक नहीं दिया। झूला झूलते बच्चे, पतंगबाजी करते युवा, चहलकदमी करते वृद्ध और श्रद्धालुओं को देख कर ऐसा महसूस हो रहा था कि जो छह दिसंबर बीस साल पहले बीत चुका है उसकी छाया तक अयोध्या को बर्दाश्त नहीं है। परंपरागत चले आ रहे गम और शौर्य दिवसों को लेकर धर्मस्थलों के पास विशेष सतर्कता रही। समय सूर्यास्त की ओर बढ़ा तो पूरा दिन सुरक्षा बलों की ज्यादती सहती रही अयोध्या ने इस कसक के साथ संयम की चादर ओढ़ ली कि उसे फिर अगले साल एक अग्निपरीक्षा के लिए तैयार होना है।
गोरखपुर व बस्ती मंडल में सुरक्षा कड़ी रही। कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। देवरिया, कुशीनगर व महराजगंज में संवेदनशील स्थानों पर पुलिस सतर्क दिखी। बस्ती मंडल के भी बस्ती, सिद्धार्थनगर और संतकबीर नगर में पुलिस सतर्क दिखी। लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद तथा वाराणसी मंडल में भी इस मौके पर माहौल सामान्य रहा।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर