आयुष मंत्रालय ने आयुर्वेदिक दवाओं और गाइडलाइंस को लेकर शुरू किया कैंपेन
कोविड-19 से बचाव के लिए दिए जा रहे इन आयुर्वेदिक रोगनिरोधी दवाओं में संशमणि वटी (Sanshamani Vati) है जिसे गुडुची या गिलोय घन वटी (Guduchi or Giloy Ghan Vati) और अश्वगंधा घन वटी (Ashwagandha Ghan Vati) के तौर पर जानते हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। आयुष मंत्रालय (Ministry of Ayush) ने गुरुवार को आयुष रोगनिरोधक दवाओं के वितरण का अभियान शुरू किया। साथ ही देशभर के 75 लाख की जनता की लाइफस्टाइल व खान-पान को लेकर लिखित गाइडलाइंस भी देने की शुरुआत की है। इसमें 60 साल से अधिक उम्र वाले बुजुर्गों और फ्रंटलाइन वर्करों का खास ध्यान रखा जा रहा है।
कोविड-19 से बचाव के लिए दिए जा रहे इन आयुर्वेद के इन रोगनिरोधी दवाओं में संशमणि वटी (Sanshamani Vati) है जिसे गुडुची या गिलोय घन वटी (Guduchi or Giloy Ghan Vati) और अश्वगंधा घन वटी (Ashwagandha Ghan Vati) के तौर पर जानते हैं। इस किट और गाइडलाइंस को CCRAS (Central Council for Research in Ayurvedic Medicines) ने तैयार किया है।
'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत चल रहे आयुष सप्ताह में अपनी विभिन्न गतिविधियों की सीरिज में आयुष मंत्रालय की ओर से यह पहल की जा रही है। केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और आयुष राज्य मंत्री डाक्टर मुंजपारा महेंद्रभाई ने संयुक्त रूप से आज इस अभियान का शुभारंभ किया।
कोविड काल में देश के प्रत्येक व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए और हर परिवार को खुशहाल रखने के लिए दवाइयों के निःशुल्क वितरण के अभियान का आज शुभारंभ किया गया। इसकी शुरुआत माननीय आयुष मंत्री श्री @sarbanandsonwal एवं माननीय आयुष राज्य मंत्री @MunjaparaDr ने की। pic.twitter.com/uzOTli7JEm
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि इस अभियान का मकसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों और अभियान को मूर्त रूप देने में योगदान देना है ताकि 'सभी के लिए स्वास्थ्य' सुनिश्चित किया जा सके। प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी से लड़ने के लिए सात कार्यों को सूचीबद्ध किया है और उनमें से पहला है बुजुर्गों की देखभाल करना।
#AzadiKaAmritMahotsav के अंतर्गत आयुष के चौथे राष्ट्रीय अभियान में 1 वर्ष के दौरान देश के 75 लाख लोगों को आयुर्वेदिक औषधियों का वितरण निःशुल्क किया जा रहा है। आज आयुष ऑडिटोरियम जनकपुरी, दिल्ली में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को आयुष दवाइयां निःशुल्क बांटी गईं।