यहां पर रोजे के कारण covid 19 के सैंपल देने से परहेज, जानें क्या है कारण
शुरुआती दौर में कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट के रूप में उभरे इंदौर शहर के रानीपुरा दौलतगंज और हाथीपाला इलाके में अब भी मुश्किल कायम है।
इंदौर, राज्य ब्यूरो। शुरुआती दौर में कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट के रूप में उभरे इंदौर शहर के रानीपुरा, दौलतगंज और हाथीपाला इलाके में अब भी मुश्किल कायम है। यहां जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी संक्रमितों के संपर्क में आने वाले लोगों के सैंपल लेना चाहता है, लेकिन मुस्लिम समुदाय के कई लोग रोजा रखने का कारण बताकर सैंपल देने से परहेज कर रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि रोजे के दौरान सैंपल लेने के लिए गले में रई डाली जाएगी। उस समय परेशानी होगी और उल्टी हुई तो रोजा टूट सकता है। गौरतलब है कि तब्लीगी जमात के कारण काफी संख्या में लोग कोरोना संक्रमित हुए थे।
शहर काजी बोले-- शाम 7 बजे के बाद ले सकते हैं
उधर, शहर काजी ने सुझाव दिया है कि शाम सात बजे के बाद लोग सैंपल दे सकते हैं। प्रशासन और मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच सैंपल को लेकर गतिरोध पैदा होने से फिलहाल यहां सैंपल लेने का सिलसिला थम सा गया है। इस लेकर प्रशासन ने शहर काजी की भी मदद लेनी चाही, ताकि धर्मगुरु होने के नाते वे लोगों को समझा सकें। मामले में शहर काजी इशरत अली ने बताया कि रमजान का महीना है, लोग रोजा रखे हुए हैं। हमने प्रशासन को सुझाव दिया है कि उनकी टीम शाम 7 बजे बाद सैंपल ले सकती है, जब लोग रोजा खोलते हैं। इसमें भी एक दिक्कत है कि सैंपल लेने के दौरान किसी रोजेदार को उल्टी हो गई तो उसका रोजा बिगड़ सकता है। एक तो लॉकडाउन से वैसे ही लोग परेशान हैं, उस पर गर्मी में रोजेदार का सैंपल लेने से नई परेशानी होगी।
रानीपुरा में मिला था पहला पॉजिटिव
रानीपुरा वही इलाका है जहां इंदौर का पहला कोरोना पॉजिटिव केस मिला था। इसके बाद ही इसे कंटेनमेंट जोन बनाकर यहां सर्वे, स्क्रीनिंग और सैंपलिंग शुरू की गई थी। रानीपुरा के अलावा इससे जु़ड़े दौलतगंज, सिलावटपुरा, हाथीपाला में भी पॉजिटिव केस मिलते चले गए। इस पूरे इलाके की आबादी करीब 25 हजार है। क्षेत्र के कुछ लोगों द्वारा सैंपल देने में असहयोग को लेकर अपर कलेक्टर पवन जैन ने बताया कि रानीपुरा, दौलतगंज और हाथीपाला में हम रैंडम सैंपल ले रहे हैं। कुछ लोग रोजे के कारण सैंपल देने से मना कर रहे हैं, लेकिन कुछ समझदार लोग सैंपल दे रहे हैं। जो तैयार नहीं हैं, उनसे बात की जाएगी।