Assam Oil Well Fire: अग्निकांड के पीड़ितों को मुआवजा देगी सरकार, दोषियों को होगी कड़ी सजा
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहत शिविरों में रह रहे लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार सभी प्रभावितों को मुआवजा देगी।
तिनसुकिया, प्रेट्र। केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को कहा कि ऑयल इंडिया की बागजान गैस कुआं अग्निकांड के प्रभावितों को उचित मुआवजा दिया जाएगा। प्रधान गैस रिसाव व आग की घटना के बाद स्थिति का जायजा लेने शनिवार को असम पहुंचे थे।
केंद्रीय मंत्री प्रधान ने राहत शिविरों में रह रहे लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार सभी प्रभावितों को मुआवजा देगी।' उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के लिए कमेटी का गठन किया है। दोषी को सजा दी जाएगी। इससे पहले गुवाहाटी पहुंचने के बाद प्रधान ने सोनोवाल की उपस्थिति में वित्त मंत्री हेमंत बिश्र्व सरमा, पर्यावरण व वन राज्यमंत्री एनके डोले व भाजपा सांसद तपन कुमार गोगोई के साथ समीक्षा बैठक भी की।
गौरतलब है कि असम के तिनसुकिया जिले में ऑयल इंडिया लिमिटेड के संचालित बाघजन क्षेत्र में एक कुएं से 27 मई 2020 को प्राकृतिक गैस का अनियंत्रित रूप से रिसाव होने लगा। इसके कारण विस्फोट हो गया। कुएं में आठ जून को आग लग गयी। इसमें अग्निशमन दल के दो कर्मियों की मौत हो गयी और एक घायल हो गया।
पेट्रोलियम मंत्रालय ने इस घटना की जांच के लिये तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। मंत्रालय के 11 जून के एक आदेश के अनुसार हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय ([डीजीएच)] के महानिदेशक एस सी एल दास समिति की अगुवाई करेंगे। आदेश में कहा गया है,यह निर्धारित प्रोटोकॉल और प्रक्रियाओं में खामियों की पहचान करेगा, जिसके कारण यह घटना हुई। समिति इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिये अल्पकालिक और दीर्घकालिक उपायों की सिफारिश भी करेगी। इस समिति में ओएनजीसी के पूर्व अध्यक्ष बी सी बोरा और ओएनजीसी के पूर्व निदेशक टी के सेनगुाा भी शामिल हैं। यह समिति एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।