Assam Flood: असम में बाढ़ से 110 लोगों की मौत, 56 लाख लोग प्रभावित
असम में बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 110 हो गई है जबकि 56 लाख से अधिक लोग अब तक इससे प्रभावित हो चुके हैं।
गुवाहाटी, एएनआइ। असम में बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 110 हो गई है जबकि 56 लाख से अधिक लोग अब तक इससे प्रभावित हो चुके हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने गुरुवार को जानकारी दी कि जहां 110 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, वहीं राज्य के 30 जिलों में कुल 56 लाख 89 हजार 584 लोग प्रभावित हुए हैं। असम में बाढ़ की स्थिति विभिन्न जिलों में प्राकृतिक आपदा के कारण मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ बिगड़ रही है।
एक आधिकारिक बुलेटिन के अनुसार, राज्य के अधिकांश हिस्सों में स्थिति सुधरी है, लेकिन धेमाजी, बक्सा और मोरीगांव जिले में कोई सुधार नहीं हुआ है। इन तीन में इस समय बाढ़ से 14,205 लोग प्रभावित है और 7,009 हेक्टेयर फसल क्षेत्र भी प्रभावित हुआ है। धेमाजी में सबसे ज्यादा 12,908 लोग प्रभावित हुए हैं। इसके बाद बक्सा में 1,000 लोग और मोरीगांव में 297 लोग आपदा से प्रभावित हैं। मंगलवार तक तीनों जिलों में 13,800 लोग प्रभावित हुए थे।
81 गांव बाढ़ की चपेट में
एएसडीएमए के अनुसार कुल मिलाकर 81 गांव बाढ़ की चपेट में हैं और उनमें से ज्यादातर धेमाजी जिले में हैं। जोरहाट जिले के नेमाटीघाट पर ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि जिया भराली सोनितपुर में एनटी रोड क्रॉसिंग पर लाल निशान से ऊपर बह रही है। बुलेटिन में कहा गया है कि बोंगाईगांव और बक्सा जिलों में तटबंध, सड़क, पुल, पुलिया और अन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है।
बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करेगा संयुक्त राष्ट्र
भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ से लोग बेहाल हैं। इसे देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने मानवीय मदद की पेशकश की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि मानसून के दौरान भारत में 770 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। अधिकारियों के मुताबिक, पांच लाख से अधिक लोगों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। इसे देखते हुए संयुक्त राष्ट्र सर्वाधिक प्रभावित समुदायों तक मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए तैयार है।