एनआरसी मसौदा सूची में रोहिंग्या प्रवासी को शामिल करने की बात गलत और आधारहीन
एनआरसी असम के समन्वयक प्रतीक हजेला ने सोमवार को एनआसी के मसौदे में रोहिंग्या प्रवासी को शामिल करने की मीडिया खबरों को झूठा और आधारहीन बताया।
पीटीआइ, गुवाहाटी। राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर(एनआरसी) के मसौदे में रोहिंग्या प्रवासियों को शामिल करने की खबर गलत है। एनआरसी के समन्वयक ने मसौदा सूची में रोहिंग्या प्रवासी की रिपोर्टों को खारिज कर दिया है। एनआरसी असम के समन्वयक प्रतीक हजेला ने सोमवार को एनआसी के मसौदे में रोहिंग्या प्रवासी को शामिल करने की मीडिया खबरों को झूठा और आधारहीन बताया।
एनआरसी ड्राफ्ट में रोहिंग्या प्रवासी को शामिल करने के बारे में मीडिया खबरों का हवाला देते हुए, हजेला ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि इन मीडिया रिपोर्टों में आलम हुसैन मजूमदार नामक एक व्यक्ति का उल्लेख किया गया है। बता दें कि इस शख्स को कुछ दिनों पहले ही कछार में गिरफ्तार किया गया और उसे अवैध रोहिंग्या प्रवासी घोषित कर दिया गया है। ऐसे में इस शख्स को नाम एनआरसी मसौदे में शामिल होने का सवाल ही नहीं उठता है।
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को एनआरसी के समन्वयक प्रतीक हजेला ने सुप्रीम कोर्ट को दो रिपोर्ट सौंपी। कोर्ट में उन्होंने बताया कि एनआरसी के माध्यम से पीढ़ियों के रिकॉर्ड को भी सत्यापित किया जा रहा है। एनआरसी के समन्वयक ने बताया कि 36 लाख दावेदारों का सत्यापन हो चुका है