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भारतीय नेवी की एंटी शिप मिसाइल का बंगाल की खाड़ी में सटीक रहा निशाना

Anti Ship Missile बंगाल की खाड़ी में निशाना बनाकर भारतीय नौसेना ने जो एंटी शिप मिसाइल छोड़ा था वह सफल रहा। निशाना बनाए गए जहाज में आग की लपटें धधक रहीं हैं और जहाज बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।

By Monika MinalEdited By: Published: Fri, 30 Oct 2020 12:59 PM (IST)Updated: Fri, 30 Oct 2020 12:59 PM (IST)
भारतीय नेवी की एंटी शिप मिसाइल का बंगाल की खाड़ी में सटीक रहा निशाना
सटीक रहा एंटी शिप मिसाइल का निशाना

नई दिल्ली, एएनआइ। भारतीय नौसेना द्वारा गाइड  की गई मिसाइल कॉवेट्ट आइनएस कोरा (Corvette INS Kora ) द्वारा छोड़े गए एंटी शिप मिसाइल (AShM) ने अपने लक्ष्य पर पहुंच निशाने को बेधने में सफलता हासिल कर ली है। अधिकतम दूरी के साथ इसने बंगाल की खाड़ी में सटीक निशाना साधा है। निशाना बना जहाज गंभीर तौर पर क्षतिग्रस्त है और आग से घिरा हुआ है। 

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कुछ दिनों पहले ही भारतीय नौसेना ने एक वीडियो रिलीज की थी। इसमें अरब सागर में एक अभ्यास के दौरान एंटी-शिप मिसाइल (AshM) लॉन्च किया गया। इसकी जानकारी नौसेना की ओर से दी गई थी। इसके अनुसार INS प्रबल ने एक पुराने जहाज को निशाना बनाते हुए एंटी-शिप मिसाइल लॉन्च की जिसके बाद सटीक निशाने के कारण वह जहाज समुद्र में डूब गई। भारतीय नौसेना ने ट्वीट कर जानकारी दी थी। 

उल्लेखनीय है कि 24 अक्टूबर को भारत ने पोखरण में तीसरी पीढ़ी के टैंक रोधी मिसाइल 'नाग' की सफल टेस्टिंग की थी। मारक क्षमता 4 से 5 किलोमीटर वाले इस मिसाइल में हवा से हवा में और जमीन से हवा में मार करने की क्षमता है। यह मिसाइल दिन और रात दोनों ही समय में सक्रिय है।

हाल के कुछ सप्ताह के दौरान भारत में अनेक मिसाइलों का परीक्षण किया गया है। इनमें सतह से सतह पर मार करने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस और एंटी रेडिएशन मिसाइल रूद्रम-1 शामिल हैं। भारत ने परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम हाइपरसोनिक मिसाइल शौर्य का भी परीक्षण किया है। रूद्रम-1 भारत का प्रथम स्वदेश विकसित एंटी रेडिएशन हथियार है। 

बता दें कि स्वदेशी एंटी सबमरीन वारफेयर आईएनएस कावरत्ती (INS Kavratti) को भारतीय नौसेना के खेमे में शामिल किया गया। कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स द्वारा निर्मित इस युद्धपोत को भारतीय सेना के प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने शामिल किया। इस युद्धपोत में ऐसे सेंसर लगे हैं जो पनडुब्बियों का पता लगाने और उनका पीछा करने में सक्षम हैं।


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