एमपी में पांच माह में 196 सामूहिक बलात्कार
सामूहिक बलात्कार के मामले देखे जाएं तो सवा पांच माह में 1
भोपाल। पुलिस और प्रशासन के दावों के बीच महिला अत्याचार की जो तस्वीर विधानसभा के माध्यम से सामने आई है वो चौंकाने वाली है। प्रदेश में रोज बलात्कार की 13 घटनाएं हो रही हैं। ज्यादातर नाबालिग और पिछड़े वर्ग से आती हैं। इसी तरह करीब सवा पांच माह में 196 सामूहिक बलात्कार की घटनाएं प्रदेश में हुई।
रामनिवास रावत के सवाल के लिखित जवाब में गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने बताया कि एक जनवरी से 10 जून के बीच प्रदेश में बलात्कार के कुल 2 हजार 152 प्रकरण दर्ज किए गए। इनमें पीड़ित 529 अनुसूचित जाति, 624 अनुसूचित जनजाति, 692 अन्य पिछ़ड़ा वर्ग और 313 सामान्य वर्ग से आती हैं। 1 हजार 13 बलात्कार की घटना व्यस्क और 1 हजार 145 नाबालिगों के साथ हुई। घटना के बाद आरोपियों ने 8 की हत्या कर दी तो 13 ने खुद जीवन खत्म कर लिया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 1 हजार 808 प्रकरणों में 2 हजार 140 आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकि 359 अब भी गिरफ्त से बाहर हैं। इसी तरह सामूहिक बलात्कार के मामले देखे जाएं तो सवा पांच माह में 196 प्रकरण विभिन्न जिलों में दर्ज हुए। पीडि़ताओं में सर्वाधिक 69 पिछ़ड़ा वर्ग की रहीं। तीन मामलों में घटना के बाद हत्या कर दी गई। 417 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जबकि 101 अब तक पकड़ में नहीं आए हैं। गृह विभाग ने बताया कि 2013 में 14 प्रकरणों में आरोपियों को मौत की सजा सुनाई जा चुकी है। 286 प्रकरणों में आजीवन कारावास, 404 मामलों में दस साल से ज्यादा की जेल, 398 में 10 से पांच साल के बीच और 2 हजार 54 प्रकरणों में पांच साल से कम की जेल की सजा मिली हैं। एक जनवरी से 30 अप्रैल 2014 तक 96 प्रकरणों में उम्र कैद, 119 मामलों में 10 साल की जेल सहित कुल 1 हजार 79 मामलों में आरोपियों को अदालत द्वारा सजा सुनाई जा चुकी है।
भोपाल में सर्वाधिक बलात्कार :
भोपाल में सवा पांच माह में बलात्कार की घटनाओं की सर्वाधिक वारदातें हुई। यहां सर्वाधिक 99 बलात्कार के प्रकरण सामने आए हैं। पीड़िताओं में 65 नाबालिग रहीं। हालांकि, पुलिस ने 97 प्रकरणों में 111 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। दो आरोपी फरार हैं। इसी तरह इंदौर में 90, ग्वालियर में 62 और जबलपुर में 74 बलात्कार के प्रकरण दर्ज हुए। इसी तरह सामूहिक बलात्कार के मामलों में देखा जाए तो ग्वालियर में सर्वाधिक 10 सामूहिक बलात्कार की घटनाएं 1 जनवरी से 10 जून के बीच हुई हैं। जबलपुर में 9, इंदौर में 6 और भोपाल में 4 सामूहिक बलात्कार की रिपोर्ट पुलिस ने दर्ज की।
पांच माह में 13 हजार 308 युवतियां गायब :
प्रदेश में पिछले पांच माह में 13 हजार से ज्यादा युवतियां गायब हो गई। इनका या तो अपहरण हो गया है या फिर गुम गई। बेचने के 13 मामले इस अवधि में सामने आए। इनमें से 4 हजार 432 बरामद भी हो गई। अपहरण या युवतियों को बेचने के मामले में 1 हजार 98 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया।
गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने सोमवार को बताया कि एक जनवरी से 31 मई के दौरान मानव तस्करी, अपहरण और गुमशुदगी के 9 हजार 996 प्रकरण कायम किए गए। इंदौर में सर्वाधिक मामले दर्ज किए गए हैं।