Aarogya Setu : 13 दिनों में रिकॉर्ड 5 करोड़ डाउनलोड किया जाने वाला विश्व का पहला एप
अरोग्य सेतु एप अपने आसपास आने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों के बारे में सावधान करता है। साथ ही संक्रमण के खतरे के स्तर को भी बताता है।
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमितों पर नजर रखने व उनकी पहचान करने के लिए सरकार की तरफ से लांच किए गए आरोग्य सेतु एप ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। अरोग्य सेतु एप ऐसा पहला एप बना है जिसको 13 दिनों के भीतर सबसे तेजी से पांच करोड़ डाउनलोड किया गया है।
कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के बाद ही सभी स्मार्टफोन रखने वालों से इस एप को डाउनलोड करने की अपील की गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान लोगों से आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड करने की अपील की थी। अरोग्य सेतु एप अपने आसपास आने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों के बारे में सावधान करता है। साथ ही संक्रमण के खतरे के स्तर को भी बताता है।
नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘टेलीफोन को पांच करोड़ लोगों तक पहुंचने में 75 साल लगे, रेडियो को 38 साल, टेलीविजन को 13 साल, इंटरनेट को चार साल, फेसबुक को 19 महीने और पोकेमॉन गो को 19 दिन। लेकिन, कोरोना से लड़ाई के लिए लांच किए गए देश के पहले आरोग्य सेतु एप को पांच करोड़ लोगों तक पहुंचने में सिर्फ 13 दिन लगे जो एक विश्व रिकॉर्ड है।’
आरोग्य सेतु एप का विकास प्रधानमंत्री की तरफ से गठित कमेटी ने किया है, जिसमें नीति आयोग, इलेक्ट्रॉनिक और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालयों की प्रमुख भूमिका रही है। सूत्रों का कहना है कि कमेटी में शामिल टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज व टेक महिंद्रा इस एप में और सुविधाओं को जोड़ने की दिशा में काम कर रही हैं।
सेना के जवानों और उनके परिजनों को भी डाउनलोड करने की सलाह
सेना ने सभी जवानों, भूतपूर्व सैनिकों और उनके परिजनों को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने की सलाह दी है। उधर, प्रसार भारती ने अपने सभी कर्मचारियों के लिए मोबाइल फोन में इस एप को इंस्टाल करना अनिवार्य कर दिया है। सेना में कुल 13 लाख जवान हैं। यह एप एंड्रॉयड और आइओएस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। सेना ने कहा है कि इस एप का इस्तेमाल कार्यालय परिसर, अभियान क्षेत्र व संवेदनशील इलाके में किया जाना चाहिए।
इसके अलावा जवानों को साइबर सुरक्षा नीतियों के अनुपालन की भी सलाह दी गई है। सेना की तीनों शाखाओं ने सूचनाओं को लीक होने से रोकने के लिए सख्त साइबर सुरक्षा उपायों का प्रावधान किया है। जवानों को मोबाइल फोन अपडेट करने के साथ ही उसमें एंटीवायरस इंस्टाल करने की सलाह भी दी गई है।
उधर, प्रसार भारती ने दफ्तर और फील्ड में काम कर रहे कर्मचारियों को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने के साथ-साथ एक्टिवेट करने के निर्देश दिए हैं। उसने इस संबंध में मेमोरंडम भी जारी किया है। इसमें सभी कर्मचारियों के लिए आरोग्य सेतु एप अनिवार्य किए जाने की जानकारी दी गई है।
ऐसे काम करता है आरोग्य सेतु एप
एप स्टोर से आरोग्य सेतु एप को इंस्टाल करने पर यह आपसे खांसी, सर्दी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, ट्रैवल हिस्ट्री आदि की जानकारी लेता है। इसके बाद आपके नहीं लिखते ही आपको ग्रीन जोन में दिखाने लगता है। इसके साथ ही यह आपसे हमेशा ब्लू टूथ और लोकेशन ऑन रखने को कहता है। ऐसा करने पर जब आप किसी भीड़भाड़ वाली जगह पर जाते हैं तो ब्लू टूथ के माध्यम से आसपास के मोबाइल से संदेश लेता-देता रहता है।
कोरोना पॉजिटिव होने पर ऑरेंज या यलो हो जाएगा रंग
यदि आपके अलावा आसपास के सभी लोग ग्रीन जोन के हैं तो सब सामान्य रहेगा। यदि कोई कोरोना पॉजिटिव होगा तो इसका रंग तुरंत ऑरेंज या यलो हो जाएगा। जिससे आप अलर्ट हो जाएंगे। साथ ही अलायह एप संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए लोगों की भी जानकारी देगा।