सेना में शामिल होकर शहीद पति की वर्दी पहनना चाहती है यह महिला, जानिए- इनके बारे में
गौरी महादिक ने कहा कि पति के शहीद होने के 10 दिन बाद मैं सोच रही थी कि अब मुझे क्या करना चाहिए। मैंने फैसला किया कि मुझे उसके लिए कुछ करना है और मैं सेना में शामिल होऊंगी।
नई दिल्ली(एएनआई)। भारत-चीन सीमा के पास अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले में शहीद हुए मेजर प्रसाद महादिक की 30 वर्षीय पत्नी गौरी महादिक अपने पति को श्रद्धांजलि देने के लिए भारतीय सेना में शामिल होना चाहती हैं।
गौरी महादिक ने कहा कि पति के शहीद होने के 10 दिन बाद मैं सोच रही थी कि अब मुझे क्या करना चाहिए। मैंने फैसला किया कि मुझे उसके लिए कुछ करना है और मैं सेना में शामिल होऊंगी। मैं उनकी (प्रसाद महादिक) वर्दी और उनके स्टार को धारण करूंगी। मैं चेन्नई में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (ओटीए) में प्रशिक्षण के बाद लेफ्टिनेंट के रूप में अगले साल सेना में शामिल होऊंगी।
#WATCH: Late Army Major Prasad Mahadik's wife Gauri Mahadik, who will join Indian Army next year, says, "he always wanted me to be happy & smiling. I decided I'll join the forces, I'll wear his uniform, his stars on our uniform. Our uniform because it will be his and my uniform". pic.twitter.com/vrCGdn5ZfA — ANI (@ANI) February 24, 2019
बता दें कि मेजर प्रसाद (31) की 30 दिसंबर 2017 को अरुणाचल सीमा के चीन बॉर्डर पर गोला-बारूद के टैंक चेक करने के दौरान अचानक हुए विस्फोट में मौत हो गई थी।
क्या करती हैं गौरी?
गौरी महादिक एक योग्य कंपनी सचिव (सीएस) और वकील हैं। वह मई 2017 से वर्ली में एक प्रतिष्ठित कानूनी फर्म के साथ काम कर रही हैं। उन्होंने इंडो-जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स के साथ भी काम किया है। अब वह भारतीय सेना में शामिल होना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि मेरा सेना में शामिल होना मेरे पति को सबसे अच्छी श्रद्धांजलि होगी।
सैन्य अकादमी शुरू करना चाहते थे मेजर
मेजर के अंकल शिवाजी महादिक ने बताया कि मेजर महादिक ने भवंस कॉलेज, अंधेरी से स्नातक किया है।2003 में वे अपने परिवार के साथ विरार आ गए थे। प्रसाद गुहागर जिले में एक सैन्य अकादमी शुरू करना चाहते थे। ताकि युवा भारतीय सेना में शामिल हो सकें। मेजर महादिक मार्च 2012 में सेना में शामिल हुए थे।