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Army Chief on Maldives Visit: पांच दिवसीय दौरे पर सेनाध्यक्ष बिपिन रावत, रक्षा संबंधों पर करेंगे चर्चा

Army Chief on Maldives Visit उनकी इस यात्रा का मकसद दोनों देशों के बीच घनिष्ठ द्विपक्षीय रक्षा संबंधों (Close Bilateral Defense Ties) को मजबूत करना है।

By Neel RajputEdited By: Published: Sun, 29 Sep 2019 02:35 PM (IST)Updated: Sun, 29 Sep 2019 02:47 PM (IST)
Army Chief on Maldives Visit: पांच दिवसीय दौरे पर सेनाध्यक्ष बिपिन रावत, रक्षा संबंधों पर करेंगे चर्चा
Army Chief on Maldives Visit: पांच दिवसीय दौरे पर सेनाध्यक्ष बिपिन रावत, रक्षा संबंधों पर करेंगे चर्चा

नई दिल्ली, एएनआइ। Army Chief on Maldives Visit: भारतीय सेनाध्यक्ष (Indian Army Chief) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) रविवार से पांच दिवसीय मालदीव (Maldives) दौरे पर हैं। अपने इस आधिकारिक दौरे के दौरान वह मालदीव की सरकार और वहां की आर्म्ड फोर्सेज से मुलाकात करेंगे। उनकी इस यात्रा का मकसद दोनों देशों के बीच घनिष्ठ द्विपक्षीय रक्षा संबंधों (Close Bilateral Defense Ties) को मजबूत करना है।

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आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक जनरल विपिन रावत मालदीव की रक्षा मंत्री मारिया अहमद दीदी, विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद और रक्षा बलों के प्रमुख जनरल अब्दुल्ला शामल से मिलकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। अपने पांच दिवसीय दौरे के दौरान आर्मी चीफ राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह (Ibrahim Mohamed Solih) से भी मुलाकात करेंगे। उनकी इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य मालदीव के साथ भारत के संपूर्ण रक्षा एंव सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देना है। सेना प्रमुख मालदीव की राजधानी माले में क्षेत्र के लिए भारत के सुरक्षा परिप्रेक्ष्य पर व्याख्यान देंगे।

चीफ ऑफ स्टाफ कमिटी के अध्यक्ष बने रावत

सेना प्रमुख बिपिन रावत चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (Chief of Staff Committee) के चेयरमैन बन गए हैं। उनसे पहले यह पद वायु सेना अध्यक्ष बीएस धनोआ के पास था। यह पद वरिष्ठतम सदस्य को रोटेशन के आधार पर रिटायरमेंट तक दिया जाता है। सेना प्रमुख बिपिन रावत अपने रिटायरमेंट तक सीओएससी के चेयरमैन बने रहेंगे।

चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी में सेना, नौसेना और वायुसेना प्रमुख होते हैं और वरिष्ठतम सदस्य को इसका चेयरमैन नियुक्त किया जाता है। मना जा रहा है कि यह शायद इस तरह का आखिरी समारोह होगा क्योंकि सरकार अब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) नियुक्त कर रही है जो देश में वरिष्ठतम रक्षा अधिकारी होगा।

चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के चेयरमेन के पास तीन सेनाओं के बीच तालमेल सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी होती है। देश के सामने मौजूद बाहरी सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए सामान्य रणनीति तैयार करने का दायित्व भी सीओएससी का ही होता है।

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