सेना प्रमुख बिपिन रावत ने जताई उरी जैसे आतंकवादी हमले की आशंका
सेना प्रमुख ने दूरदराज के इलाकों की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि दूरदराज के इलाकों में प्रतिष्ठानों की सुरक्षा चिंता का कारण बन रही है।
नई दिल्ली, एएनआइ। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का कहना है कि देश की पश्चिमी और उत्तरी सीमाओं पर कड़ी निगाहें बनाए रखने के लिए अब खुफिया प्रणाली को बेहतर करने और निगरानी रखने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि हम इलेक्ट्रिक वारफेयर सिस्टम बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इससे न सिर्फ सीमा, बल्कि आंतरिक इलाकों की भी सुरक्षा हो सकेगी।
हालांकि सेना प्रमुख ने दूरदराज के इलाकों की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि दूरदराज के इलाकों में प्रतिष्ठानों की सुरक्षा चिंता का कारण बन रही है। ऐसी रिपोर्ट भी मिल रही है कि उरी जैसे हमले को आतंकी फिर से अंजाम दे सकते हैं। इसलिए हम ज्यादा सर्तक हो गए हैं।
बिपिन रावत ने इससे पहले कहा था कि अगर जरूरत पड़ी और सीमा पार से आतंकवाद पर लगाम नहीं लगी, तो सर्जिकल स्ट्राइक फिर से हो सकती है।
गौरतलब है कि घाटी में आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाने और आतंकियों को पकड़ने के मकसद से सुरक्षाबलों ने बुधवार को सुबह शोपियां जिले में घेराबंदी और सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान सुरक्षाबलों ने लगभग 13 गांवों की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन चलाया। इस अभियान में राज्य पुलिस के विशेष अभियान दल के जवानों के साथ सेना की 62 आरआर, 44 आरआर, 1 आरआर और सीआरपीएफ की 14वीं वाहिनी के जवान हिस्सा ले रहे हैं। शोपियां के सुगन, हेफ, श्रीमाल,नागबल, बारबुग, चित्रीगाम, तुरकवांगन, मलडूरा, केशयु, कडगम, नुले पोशवारी की घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया गया।
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