आज जुड़ जाएंगी गोदावरी और कृष्णा
आंध्र प्रदेश में किसानों के लिए खुशखबरी है। राज्य के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू बुधवार को गोदावरी नदी का पानी कृष्णा नदी में छोड़ेंगे। इसके साथ ही दोनों नदियों को औपचारिक रूप से जोडऩे का काम पूरा होगा। यह कार्यक्रम इब्राहिमपटनम गांव में होगा। राज्य के जल संसाधन मंत्री देवीनेनी उमा
विजयवाड़ा। आंध्र प्रदेश में किसानों के लिए खुशखबरी है। राज्य के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू बुधवार को गोदावरी नदी का पानी कृष्णा नदी में छोड़ेंगे। इसके साथ ही दोनों नदियों को औपचारिक रूप से जोडऩे का काम पूरा होगा। यह कार्यक्रम इब्राहिमपटनम गांव में होगा।
राज्य के जल संसाधन मंत्री देवीनेनी उमा महेश्वर राव ने बताया कि कृष्णा-गोदावरी को जोडऩे की परियोजना पूरी कर आंध्र प्रदेश ने इतिहास कायम किया है। गोदावरी से कृष्णा में करीब 80 टीएमसी पानी भेजा जाएगा। राव ने कहा कि इब्राहिमपटनम के पास दोनों नदियों के संगम के स्थान को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
राज्य सरकार के सलाहकार (सूचना) पी. प्रभाकर ने बताया कि दोनों नदियों को जोडऩे की लंबे समय से योजना थी। प्रसिद्ध इंजीनियर केएल राव के 1950 के दशक में केंद्रीय सिंचाई मंत्री रहने के समय से इस पर चर्चा होती रही। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में राजग सरकार के दौरान इस योजना को पुनर्जीवित किया गया। लेकिन अब पहली बार इसे लागू किया गया। प्रभाकर ने कहा कि गोदावरी को कृष्णा से जोडऩे का काम पश्चिम गोदावरी जिले के पट्टीसम गांव में गोदावरी नदी की पट्टीसीमा सिंचाई परियोजना द्वारा संभव हो पाया।
परियोजना से जुड़ी बातें
* 124 किलोमीटर की दूरी तय कर गोदावरी का पानी कृष्णा डेल्टा क्षेत्र पहुंचेगा।
* गोदावरी की बाढ़ का 3000 टीएमसी पानी हर साल बंगाल की खाड़ी में मिल जाता है। इसका 10 फीसद कृष्णा नदी की तरफ मोडऩे के प्रयास होते रहे हैं।
* कृष्णा डेल्टा में जून से अगस्त तक सिंचाई के पानी की भारी कमी होती है।
* 80 टीएमसी गोदावरी के पानी में से 10 टीएमसी घरेलू और औद्योगिक इस्तेमाल के लिए दिया जाएगा। 70 टीएमसी पानी से कृष्णा और पश्चिम गोदावरी जिलों में सिंचाई होगी। यह सात लाख एकड़ धान के खेतों की सिंचाई के लिए पर्याप्त है।
* कृष्णा नदी से पानी की आपूर्ति का दबाव कम होगा। कृष्णा के पानी को श्रीसैलम बांध में इकट्ठा कर रायलसीमा क्षेत्र के सूखा प्रभावित क्षेत्र में भेजा जा सकता है।
केन-बेतवा लिंक होगा नदी परियोजना का मॉडल: उमा भारती
नई दिल्ली। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने कहा है कि केन-बेतवा लिंक नदियों को जोडऩे की परियोजना का मॉडल होगा। साथ ही कहा कि संकोश और महानदी को जोडऩे के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
नदी जोडऩे के लिए बनाई गई विशेष समिति की छठी बैठक में उन्होंने कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना के लिए विभिन्न मंजूरी अंतिम दौर में हैं। वैधानिक मंजूरी मिलने के बाद सरकार नदियों को जोडऩे की परियोजना के मॉडल के तौर पर इस राष्ट्रीय परियोजना को अंजाम देने का काम शुरू करेगी। उन्होंने पानी की कमी वाले, सूखा प्रभावित और कम वर्षा वाले क्षेत्रों में पानी उपलब्ध कराने के लिए नदियों को जोडऩे की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सरकार संबंधित राज्य सरकारों की सहमति और सहयोग से कार्यक्रम को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि विशेष सचिव के नेतृत्व में मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के एक दल ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव के साथ संकोश-महानदी को जोडऩे के प्रस्ताव पर बातचीत की।