मोदी पर टिप्पणी करने वालों के बचाव में उतरे मंत्री का यूटर्न
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सबसे क्रूर लोगों की सूची में शामिल करने वाली कॉलेज पत्रिका के छात्र संपादकों का बचाव करने और राज्य पुलिस को आड़े हाथ लेने वाले केरल के गृह मंत्री रमेश चेन्निथला ने बृहस्पतिवार को अपना रुख बदलते हुए कहा कि सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करती है लेकिन किसी भी व्यक्ति क
तिरुवनंतपुरम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सबसे क्रूर लोगों की सूची में शामिल करने वाली कॉलेज पत्रिका के छात्र संपादकों का बचाव करने और राज्य पुलिस को आड़े हाथ लेने वाले केरल के गृह मंत्री रमेश चेन्निथला ने बृहस्पतिवार को अपना रुख बदलते हुए कहा कि सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करती है लेकिन किसी भी व्यक्ति का किसी तरह का चित्रण करना उचित नहीं है।
इसके जिम्मेदार ठहराए गए छात्रों और अन्य लोगों के खिलाफ दायर मामलों को वापस लेने की मांग करते हुए माकपा की ओर से विधानसभा में लाए गए प्रस्ताव का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करती है। लेकिन किसी भी व्यक्ति का किसी तरह का चित्रण करना उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि ऐसे चित्रों से बचना ही अच्छा है, जिनसे 'सामाजिक तनाव' पैदा हो सकता हो। उन्होंने यह भी कहा कि त्रिशूर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक की रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार इस मुद्दे पर फैसला करेगी। इस मामले की जांच करने के लिए उन्हें ही कहा गया है।
गौरतलब है कि बुधवार को इस मामले में गृह मंत्री रमेश चेन्निथला ने छात्रों का बचाव करते हुए राज्य पुलिस को आड़े हाथ लिया था। साथ ही उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ किसी भी कार्रवाई से सहमत नहीं हो सकती। गृह मंत्री ने त्रिचूर के पुलिस महानिरीक्षक से दोनों मामलों में पुलिस कार्रवाई की जांच करने को कहा था। उन्होंने कहा था कि नेताओं के खिलाफ आलोचनात्मक कार्टून और लेख पहले भी छपते रहे हैं। सरकार पत्रिका के संपादकों पर कार्रवाई से सिर्फ इसलिए सहमत नहीं हो सकती, क्योंकि उन्होंने मोदी की आलोचना की है।
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