अनिमा ने स्वीकारी बच्चा चार बच्चों की बिक्री में भूमिका
आशंका है कि इसमें बड़े लोग शामिल हैं, जो जांच को भ्रमित करना चाहते हैं।
जागरण संवाददाता, रांची। मदर टेरेसा की संस्था मिशनरीज ऑफ चैरिटी से संचालित 'निर्मल हृदय' आश्रम से बच्चों की बिक्री प्रकरण मामले में जेल गए दो अभियुक्तों को पुलिस ने रिमांड पर लिया है। इनमें सिस्टर कांसिलिया और सफाईकर्मी अनिमा इंदवार शामिल हैं।
दोनों को पुलिस ने चार दिनों की रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पूछताछ में अनिमा ने अपना जुर्म स्वीकारते हुए कहा है कि चार बच्चों की बिक्री में उसकी भूमिका रही है। अन्य बच्चों के संबंध में पता नहीं है।
पहले दिन की पूछताछ में सिस्टर कांसिलिया ने बच्चा बिक्री प्रकरण में खुद की संलिप्तता से इन्कार कर दिया। जबकि पूर्व में सिस्टर ने चार बच्चों की बिक्री में अपनी संलिप्तता स्वीकारी थी। इसका वीडियो भी पुलिस के पास मौजूद है। यह वीडियो शनिवार को वायरल भी हुआ है। यह वीडियो जेल जाने से पूर्व पुलिस ने पूछताछ के दौरान बनाया था। इधर, जेल से रिमांड पर लेकर कोतवाली थाना में पहंुचते ही अनिमा इंदवार के पास से एक पर्चा बरामद किया गया। पर्चा में पूरा बयान लिखा है। इसे उसने अपने प्राइवेट पार्ट में छुपा कर रखा था। केस की जांचकर्ता नीलिमा भेंगरा और कोतवाली इंस्पेक्टर श्यामानंद मंडल की पूछताछ के दौरान उसमें हिचक थी। शक होने पर जांचकर्ता ने सर्च कराया तो उसके पास से पर्चा मिला जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। बताते चलें कि चार जुलाई को अनिमा इंदवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। दूसरे दिन पांच जुलाई को सिस्टर कांसिलिया जेल भेजी गई थी।
मुलाकात के दौरान दिया था पर्चा
पूछताछ में अनिमा इंदवार ने पुलिस को बताया है उससे जेल में मुलाकात के लिए मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सदस्य पहंुचे थे। मुलाकात के दौरान ही उसे पर्चा दिया गया था। पर्चा देने वालों ने कहा था कि बच्चा बिक्री का आरोप तुम पूरा खुद पर मढ़ लो। सिस्टर कांसिलिया या अन्य लोगों की भूमिका से मना कर देना। इसके बाद हम तुम्हें बचा लेंगे। पर्चा गुप्त तरीके से जेल के भीतर पहुंचाया गया था। पर्चा मिलने के बाद पुलिस इसकी जांच में जुट गई है। आशंका है कि इसमें बड़े लोग शामिल हैं, जो जांच को भ्रमित करना चाहते हैं। पुलिस जेल प्रशासन से भी इसकी जांच कराने का आग्रह करेगी। इसमें कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष ने दर्ज कराई थी प्राथमिकी
बच्चे की बिक्री का मामला सामने आने के बाद सीडब्ल्यूसी (बाल कल्याण समिति) अध्यक्ष रूपा कुमारी ने बीते तीन जुलाई को एएचटीयू थाना में एफआइआर दर्ज कराई थी। इसमें निर्मल हृदय की संचालिका, सिस्टर कांसिलिया, बच्चे को बेचने वाली अनिमा इंदवार, बच्चे की मां, खरीदार सोनभद्र (उत्तर प्रदेश) जिले के ओबरिया निवासी सौरभ अग्रवाल और उनकी पत्नी प्रीति अग्रवाल व सदर अस्पताल की गार्ड मंजू सहित 12 लोगों को आरोपित बनाया गया है।