ब्लैंक फंगस का होगा खात्मा, Amphotericin B का बढ़ाया जा रहा उत्पादन; नितिन गड़करी के प्रयासों से मिल रही सफलता
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा किए प्रयासों के बाद वर्धा के जेनेटिक लाइफ साइंसेज (Genetic Life Sciences Wardha) ने ब्लैक फंगस के इलाज के लिए एम्फोटेरिसिन बी इमल्शन इंजेक्शन (Amphotericin B Emulsion injections) का निर्माण किया है। पढ़ें पूरी खबर।
नई दिल्ली, एएनआइ। कोरोना वायरस के बाद लोगों के बीच ब्लैक फंगस, व्हाइट फंगस और येलो फंगस को लेकर भय बना हुआ है। तेजी से फैल रही इस बीमारी की रोकथाम में इस्तेमाल होने वाली दवा उत्पादन में तेजी लाई जा रही है। ब्लैक फंगस यानी म्यूकरमाइकोसिस (Mucormycosis) के इलाज में लाई जाने वाली दवा एम्फोटेरिसिन बी इमल्शन इंजेक्शन ( Amphotericin B Emulsion) का उत्पादन बढ़ाया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा किए प्रयासों के बाद वर्धा के जेनेटिक लाइफ साइंसेज (Genetic Life Sciences, Wardha) ने ब्लैक फंगस के इलाज के लिए एम्फोटेरिसिन बी इमल्शन इंजेक्शन (Amphotericin B Emulsion injections) का निर्माण किया है। इसका उत्पादन अभी तक सिर्फ एक कंपनी कर रही थी। गड़करी ने बताया कि इस इंजेक्शन का वितरण सोमवार से 1200 रुपये प्रत्येक पर शुरू होगा।
बता दें कि केंद्र सरकार ने ब्लैक फंगस (Black Fungus) की दवा की कमी से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर अभियान शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के बाद महामारी का रूप ले चुके ब्लैक फंगस की दवा का इंतजाम करने का जिम्मा अब अपने हाथों में लिया है। ताजा जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि दुनिया के किसी भी कोने से ब्लैक फंगस की दवा को भारत लाया जाए। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने पांच और कंपनियों को एंफोटेरेसिरिन बी बनाने का लाइसेंस दे दिया है।
बता दें कि देशभर में ब्लैक फंगस संक्रमण के अब तक 11,717 मामले सामने आ चुके हैं। केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा ने बुधवार को ट्वीट कर बताया था कि देश भर में उपचाराधीन मरीजों की संख्या के आधार पर यह आवंटन किया गया है, जो 11,717 है। इसके उपचार में इस्तेमाल होने वाली 'एंफोटेरिसिन-बी दवा की अतिरिक्त 29,250 शीशियां म्यूकोरमायकोसिस के इलाज के लिए राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को आवंटित भी की गई हैं।