'नेहरू ने वंदे मातरम के टुकड़े किए, इंदिरा ने जेल भेजा...'; संसद में और क्या बोले अमित शाह?
Amit Shah in Parliament:संसद में वंदे मातरम् पर चल रही बहस के दूसरे दिन गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने वंदे मातरम ...और पढ़ें

संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का भाषण। फोटो - पीटीआई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद में वंदे मातरम् पर बहस का आज दूसरा दिन है। बीते दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में इस चर्चा की शुरुआत की थी, जिसके बाद से देश में सियासी घमासान छिड़ गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी वंदे मातरम् पर भाषण दिया था। वहीं, आज गृह मंत्री अमित शाह ने भी राज्यसभा में वंदे मातरम् को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा है।
गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कहा, "वन्दे मातरम् पर चर्चा की ज़रूरत वन्दे मातरम् जब बनी तब भी थी, आज़ादी के आंदोलन में भी थी, आज भी है और 2047 में जब महान भारत बनेगा तब भी रहेगी।"
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah says, "Some members raised questions in the Lok Sabha on the need for these discussions on Vande Mataram. The need for discussion on Vande Mataram, the need for dedication towards Vande Mataram, was important back then; it is needed now, and… pic.twitter.com/BXJukCsnDT
— ANI (@ANI) December 9, 2025
केंद्रीय मंत्री ने संसद में क्या कहा?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अनुसार, "वन्दे मातरम् की पृष्ठभूमि में सदियों तक इस्लामिक आक्रमण झेलकर इस देश की संस्कृति को क्षीण करने और अंग्रेजों द्वारा एक नई सभ्यता और संस्कृति थोपने का प्रयास का प्रतिकार था, जिसके बाद बंकिम बाबू ने इसकी रचना की।"
अमित शाह ने आगे कहा, "मातृभूमि का वंदन प्रभु श्रीराम ने भी किया, आचार्य शंकर ने भी किया और चाणक्य ने भी किया। मातृभूमि से बड़ा कुछ हो नहीं सकता। इसी चिरंतन भाव को बंकिम बाबू ने पुनर्जीवित किया।"
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah says, " When Vande Mataram was limited after it completed 50 years, that is when appeasement started. That appeasement led to the partition of the country. Had the Congress not divided Vande Mataram for appeasement, the country would not… pic.twitter.com/qbBxFQGaZ8
— ANI (@ANI) December 9, 2025
पूर्व पीएम पर साधा निशाना
पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर निशाना साधते हुए गृह मंत्री ने कहा, "वन्दे मातरम् की स्वर्ण जयंती जब हुई, तब जवाहरलाल नेहरू जी ने इसके दो टुकड़े कर इसे दो अंतरों तक सीमित कर दिया। वहीं से तुष्टीकरण की शुरुआत हुई। अगर वन्दे मातरम् के दो टुकड़े कर तुष्टीकरण की शुरुआत नहीं हुई होती तो देश का विभाजन भी नहीं होता।"
अमित शाह ने आगे कहा-
वन्दे मातरम् के जब 100 साल हुए, तब वन्दे मातरम् बोलने वालों को इंदिरा जी ने जेल में डाल दिया। आपातकाल लगाया गया। विपक्ष के लोगों को, सामाजिक कार्यकर्ताओं को जेल में भर दिया गया। अखबारों पर ताले लगा दिए गए। पूरे देश को बंदी बनाकर रख दिया गया।
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah says, " When Vande Mataram was limited after it completed 50 years, that is when appeasement started. That appeasement led to the partition of the country. Had the Congress not divided Vande Mataram for appeasement, the country would not… pic.twitter.com/qbBxFQGaZ8
— ANI (@ANI) December 9, 2025
संसद में कांग्रेस को घेरा
विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए गृह मंत्री ने कहा, "कांग्रेस के नेतृत्व में इस सदन में वन्दे मातरम् के गान को बंद कर दिया गया था। 1992 में भाजपा सांसद श्री राम नाईक ने वन्दे मातरम् को फिर से गाने की शुरुआत करने का विषय उठाया। उस समय नेता प्रतिपक्ष श्री लालकृष्ण आडवाणी जी ने लोकसभा के स्पीकर से कहा कि इसका गान सदन में होना चाहिए।"
यह भी पढ़ें- Vande Mataram: वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे, जानें किन कारणों के चलते नहीं बन सका राष्ट्रगान

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।