हिज्ब कमांडर बोला- श्रद्धालु हमारे मेहमान, न करें चिंता
आतंकी कमांडर ने मुठभेड़ में मारे जाने वाले आतंकियों के शव न लौटाए जाने की खबरों का हवाला देते हुए कहा कि अगर ऐसा हुआ तो हम भी यहां किसी सुरक्षाकर्मी को दफनाने नहीं देंगे।
श्रीनगर [राज्य ब्यूरो]। अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालु बेखौफ होकर आएं, आपको कोई खतरा नहीं है। आप हमारे मेहमान हो। यह बात हिजबुल मुजाहिदीन के डिविजनल कमांडर रियाज अहमद नायकू ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर आडियो संदेश के माध्यम से कही।
उसने कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए अलग कॉलोनी का विरोध जताया। आतंकी कमांडर ने मुठभेड़ में मारे जाने वाले आतंकियों के शव न लौटाए जाने की खबरों का हवाला देते हुए कहा कि अगर ऐसा हुआ तो हम भी यहां किसी सुरक्षाकर्मी को दफनाने नहीं देंगे।
रियाज नायकू ने दक्षिण कश्मीर के लस्सीपोरा पुलवामा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित फैक्टरी मालिकों को अपने संस्थानों से महिला कर्मियों व श्रमिकों की छुट्टी करने का फरमान सुनाते हुए तीन दिन का समय दिया है। फरमान न मानने वाले फैक्टरी मालिकों के खिलाफ उसने कठोर कार्रवाई की धमकी भी दी है।
डबल प्लस ए श्रेणी में शामिल रियाज नायकू कश्मीर के मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में शामिल है। हिज्ब कमांडर ने कहा कि तीर्थयात्रियों को हमसे कोई खतरा नहीं है। हमने उन पर हमले की कोई साजिश नहीं रची है।
आतंकी कमांडर ने कश्मीरी पंडितों की वापसी का सशर्त समर्थन करते हुए कहा कि वह आएं और जिस तरह से अन्य लोग रहते हैं, उसी तरह अपने घरों में रहें। अगर किसी के पास जगह नहीं है तो मैं उसे अपनी जमीन दूंगा, लेकिन पुनर्वास के नाम पर अलग कॉलोनी नहीं बन सकती।
अलगाववादियों ने स्थगित की थी हड़ताल
वादी में अलगाववादियों ने सुरक्षाबलों की कार्रवाई के खिलाफ गत 20 जून को कश्मीर बंद का एलान किया था, लेकिन गांदरबल जिले के तुलमुला में कश्मीरी पंडि़तों के क्षीर भवानी मेले को देखते हुए उन्होंने इसको स्थगित कर दिया था। बाद में अलगाववादियों ने 20 के बजाय 21 जून को हड़ताल का आह्वान किया था।