अल-फलाह यूनिवर्सिटी के मालिक को तलाश रही महू पुलिस, सिविल सर्विसेज परीक्षा में तीन बार इंटरव्यू तक पहुंचा था जवाद
महू पुलिस अल-फलाह यूनिवर्सिटी के मालिक जवाद की तलाश कर रही है। जवाद पहले सिविल सेवा परीक्षा में तीन बार इंटरव्यू तक पहुंचा था। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और जवाद की तलाश में जुटी है, ताकि मामले की सच्चाई सामने आ सके।

अल-फलाह विश्वविद्यालय और दिल्ली ब्लास्ट।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली कार धमाके में जिस अल-फलाह विश्वविद्यालय का नाम सामने आया है, उसके ट्रस्ट की स्थापना मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में स्थित महू नगर में की गई थी। यहां के निवासी जवाद अहमद सिद्दीकी ने महू में रहते करीब ढाई दशक पहले अल-फलाह ट्रस्ट बनाया था और चिट फंड कंपनी चलाया करता था।
पता लगा है कि जवाद धोखाधड़ी के आरोप लगने के बाद परिवार सहित फरार हो गया। इसके कुछ समय बाद ही उसने दिल्ली में अल-फलाह विश्वविद्यालय की स्थापना की।
पुलिस को नहीं मिली कोई जानकारी
महू के एडिशनल एसपी रूपेश द्विवेदी ने बताया कि जवाद के परिवार के बारे में महू नगर में स्थानीय कायस्थ मोहल्ले व आसपास के क्षेत्र में पूछताछ की गई, पर अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है। उसके महू और आसपास के लोगों से संपर्क तलाशे जा रहे हैं। कायस्थ मोहल्ले में उसका घर था, जो बहुत पहले बेच चुका है। यह भी पता चला है कि जवाद ने इंदौर में लंबे समय तक शिक्षण कार्य किया था।
जवाद ने सिविल सर्विसेज परीक्षा में तीन बार इंटरव्यू तक का सफर तय किया
उसके एक पूर्व विद्यार्थी ने बताया कि जवाद ने इंदौर के प्रतिष्ठित गोविंदराम सेकसरिया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलाजी एंड साइंस से इंजीनियरिंग की थी। वह कट्टर धार्मिक प्रवृत्ति का था। इससे पहले महू के क्रिश्चियन मिशनरी स्कूल राजेश्वर विद्यालय से 11वीं तक पढ़ाई की। सिविल सर्विसेज परीक्षा में तीन बार इंटरव्यू तक का सफर तय किया।

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