आकाश विजयवर्गीय एक और मामले में गिरफ्तार, बिना अनुमति विरोध प्रदर्शन करने का आरोप
गुरुवार को आकाश की एमजी रोड थाना पुलिस ने औपचारिक गिरफ्तारी कर ली। पुलिस ने पांच जून को आकाश सहित कई भाजपा नेताओं के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया था।
इंदौर, जेएनएन। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय को पुलिस ने एक और मामले में गिरफ्तार कर लिया है। उन पर चार जून को बिजली कटौती पर बिना अनुमति विरोध प्रदर्शन करने का आरोप है।
इसी मामले में गुरुवार को आकाश की एमजी रोड थाना पुलिस ने औपचारिक गिरफ्तारी कर ली। पुलिस ने पांच जून को आकाश सहित कई भाजपा नेताओं के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया था। इसमें आकाश फरार बताए जा रहे थे।
गौरतलब है कि गत बुधवार को आकाश ने नगर निगम अधिकारियों को पीट था। इस मामले में उनको गिरफ्तार कर 11 जुलाई तक जेल भेज दिया गया है।
एमजी रोड थाना प्रभारी राजेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि गत चार जून को भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय सहित कई भाजपा नेताओं ने बिजली कटौती को लेकर बिना अनुमति राजवाड़ा पर मंच सजाया था और नारेबाजी कर प्रदर्शन किया था। उन्होंने एक कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री कमलनाथ का मुखौटा पहनाया था और उसे सांकेतिक रूप से करंट लगाया था। प्रदर्शनकारियों ने खाली मटके भी फोड़े थे। इस मामले में पुलिस ने आकाश विजयवर्गीय और करीब 40 कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया था।
जमानत का फैसला अब भोपाल के विशेष न्यायालय में
नगर निगम अधिकारी को क्रिकेट बैट से पीटने के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार आकाश की जमानत का फैसला गुरुवार को नहीं हो सका। सत्र न्यायालय में दोनों पक्षों में बहस हुई और दलीलें भी सुनी गई, लेकिन क्षेत्राधिकार का सवाल उठाकर मामले को भोपाल की स्पेशल कोर्ट में ले जाने को कहा। वहां सुनवाई होने तक विधायक को जेल में ही रहना होगा। जिला कोर्ट में न्यायाधीश बीके द्विवेदी ने कहा कि 26 फरवरी 2018 के नोटिफिकेशन के अनुसार किसी विधायक या सांसद के खिलाफ रजिस्टर्ड केस की सुनवाई भोपाल की स्पेशल कोर्ट में ही हो सकती है। किसी दूसरी कोर्ट को विधायक या सांसद के खिलाफ दर्ज केस में सुनवाई का अधिकार नहीं है।
काली पट्टी बांध बारिश में भीगते पहुंचे और सौंपा ज्ञापन
निगम के अधिकारी और कर्मचारियों के साथ विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा मारपीट करने के बाद गुरुवार को नगर निगम मुख्यालय व जोनल कार्यालयों में दिनभर कोई कार्य नहीं हुआ। अघोषित हड़ताल जैसा माहौल रहा। निगम के कर्मचारी कार्यालय तो पहुंचे, लेकिन किसी ने कोई काम नहीं किया। अधिकारी-कर्मचारी काली पट्टी बांधकर बारिश में भीगते हुए संभागायुक्त कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपा।
निगम अधिकारियों परछेड़ छाड़ का आरोप
नगर निगम रोड स्थित जिस मकान को तोड़ने से पहले मचे बवाल के बाद गुरुवार को उक्त मकान में रहने वाली महिलाएं दोबारा विधायक के बचाव में आई। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर निगम अधिकारियों ने उनके साथ तो छेड़छाड़ की ही, विधायक के साथ भी अभद्रता की थी।
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