एके-47 राइफल के मामले में घिरे अजय राय
वाराणसी से भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के प्रत्याशी अजय राय अवैध हथियारों की तस्करी में शामिल रहे हैं। बिहार के कई कुख्यातों से संबंध रखने वाले अजय राय की एक जमाने में अंडरवर्ल्ड में दहशत कायम थी। कश्मीर से आने वाली हथियारों की खेप में से चार एके-47 राइफल अजय राय ने ली थीं। इसका खुलासा डेढ़ दशक पहले 50 हजार के इनामी कुख्यात नंदगोपाल पांडे उर्फ फौजी ने किया था।
पटना [शैलेंद्र शर्मा]। वाराणसी से भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के प्रत्याशी अजय राय अवैध हथियारों की तस्करी में शामिल रहे हैं। बिहार के कई कुख्यातों से संबंध रखने वाले अजय राय की एक जमाने में अंडरवर्ल्ड में दहशत कायम थी। कश्मीर से आने वाली हथियारों की खेप में से चार एके-47 राइफल अजय राय ने ली थीं। इसका खुलासा डेढ़ दशक पहले 50 हजार के इनामी कुख्यात नंदगोपाल पांडे उर्फ फौजी ने किया था।
रोहतास के बिक्रमगंज थाने में सात फरवरी, 1999 को दिए बयान में फौजी ने कई सनसनीखेज खुलासे किए थे। जिसमें महत्वपूर्ण यह भी है कि सिवान के बाहुबली पूर्व सांसद शहाबुद्दीन, आरा के सुनील पांडेय, रांची के अनिल शर्मा और अजय राय के बीच रिश्ते थे। श्रीनगर से आने वाली अत्याधुनिक हथियारों की खेप में सबका हिस्सा होता था। कश्मीर के एक गांव से आई ऐसी ही एक खेप में से शहाबुद्दीन ने 8-10, रांची के अनिल शर्मा ने चार और बनारस के विधायक अजय राय ने चार एके-47 राइफल ली थीं। बाद में रांची के दबंग ने अपने हथियार रणवीर सेना को दे दिए थे।
नंदगोपाल पांडे उर्फ फौजी को 1989 में सासाराम जेल से फरार होने के बाद फरवरी 1999 में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उसने जो बयान दिया था, वह काफी चौंकाने वाला है। फौज की नौकरी के बाद अपराध के दलदल में उतरे फौजी ने सन 1988 में बनारस में एक हत्या करके सुनील पांडेय के यहां शरण पाई थी। इसके बाद उन्होंने गिरोह बनाकर कई बड़े लोगों की हत्या करने के साथ बैंक लूट की वारदातें कीं। शहाबुद्दीन के दाएं हाथ सीलू मियां, शेखर और चुनमुन सिंह के साथ अवैध हथियारों के धंधे में भी फौजी उतरा। हथियार के लेनदेन को लेकर बाद में फौजी के सुनील पांडेय से संबंध बिगड़ गए और वह सीलू के साथ बनारस जाकर रहने लगा।