एयर मार्शल वीआर चौधरी ने पश्चिमी वायु कमान प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र एयर मार्शल चौधरी को 29 दिसंबर 1982 में वायुसेना में फाइटर पायलट के रूप में शामिल किया गया था।
नई दिल्ली, प्रेट्र। एयर मार्शल विवेक राम चौधरी (VR Chaudhary) ने भारतीय वायुसेना की पश्चिमी वायु कमान के कमांडर-इन-चीफ के तौर पर प्रभार संभाल लिया। यह कमान संवेदनशील लद्दाख क्षेत्र और उत्तरी भारत के विभिन्न हिस्सों में देश के वायुक्षेत्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालती है। इससे पहले एयर मार्शल बी. सुरेश यह जिम्मेदारी संभाल रहे थे। उनके सेवानिवृत्त होने के बाद एयर मार्शल चौधरी ने शनिवार को यह प्रभार संभाला है।
डब्ल्यूएसी के प्रमुख की सौंपी गई हैं जिम्मेदारी
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र एयर मार्शल चौधरी को 29 दिसंबर 1982 में वायुसेना में फाइटर पायलट के रूप में शामिल किया गया था। वह कई अहम पदों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। उन्हें ऐसे समय में डब्ल्यूएसी के प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जब यह कमान चीन के साथ सीमा पर विवाद के मद्देनजर पूर्वी लद्दाख में तैनाती बढ़ा रही है।
कई पदकों से नवाजों जा चुके हैं एयर मार्शल चौधरी
एयर मार्शल चौधरी राफेल हासिल करने के कार्यक्रम में भी शामिल थे। वह पश्चिमी कमान के प्रमुख का प्रभार संभालने से पहले पूर्वी वायु कमान में वरिष्ठ एयर स्टाफ ऑफिसर के तौर पर सेवाएं दे रहे थे। उनकी उकृष्ट सेवाओं के लिए उन्हें जनवरी 2004 में वायु सेना पदक और 2015 में अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया था।
भारतीय वायुसेना में शामिल हुए पांच राफेल विमान
भारतीय वायुसेना के स्वर्णिम इतिहास में एक और नया अध्याय जुड़ गया। दुनिया के सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमानों की पहली खेप में 5 राफेल विमान भारत पहुंचे हैं। 4.5 पीढ़ी का यह विमान अपनी पीढ़ी के विमानों में सबसे आगे है, जो लीबिया और दूसरे स्थानों पर अपने रण कौशल का परिचय दे चुका है। अंबाला में वायुसेना की 17वीं स्क्वाड्रन है, जिसे गोल्डन ऐरोज के नाम से भी जाना जाता है। फ्रांस निर्मित राफेल को शामिल करने वाली यह पहली स्क्वाड्रन होगी।