पायलटों के आंदोलन से एयर इंडिया की उड़ानें लेट
केंद्र सरकार द्वारा कामगारों की श्रेणी से बाहर किए जाने से नाराज एयर इंडिया के पायलटों का एक वर्ग इसके विरोध पर उतर आया है। शुक्रवार शाम तक पायलटों के 'गो स्लो आंदोलन के चलते एयर इंडिया की 13 उड़ानों में दो घंटे तक का विलंब हुआ।
नई दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा कामगारों की श्रेणी से बाहर किए जाने से नाराज एयर इंडिया के पायलटों का एक वर्ग इसके विरोध पर उतर आया है। शुक्रवार शाम तक पायलटों के 'गो स्लो आंदोलन के चलते एयर इंडिया की 13 उड़ानों में दो घंटे तक का विलंब हुआ।
इनमें आठ उड़ानें मुंबई और पांच उड़ानें दिल्ली की थी। इससे एक दिन पहले ही सरकार ने राष्ट्रीय विमानन कंपनी को घाटे से उबारने के लिए नए अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक की नियुक्ति की घोषणा की थी।
इसके साथ ही श्रम मंत्रालय ने एयर इंडिया के पायलटों को कामगारों की श्रेणी से बाहर कर दिया था। सरकार के इस फैसले के बाद अब एयर इंडिया के पायलट यूनियन नहीं बना पाएंगे।
उड्डयन मंत्रालय ने पायलटों और इंजीनियरों को हड़ताल पर जाने से रोकने के लिए श्रम मंत्रालय से यह अनुरोध किया था। औद्योगिक विवाद अधिनियम-1947 के अनुसार, प्रबंधन या प्रशासनिक क्षमता वाले कर्मचारियों अथवा जिनका मासिक भत्ता 10 हजार रुपये प्रति माह है, को गैर-कामगार माना जाता है।