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विश्वविद्यालय एक साथ नहीं चला सकते पीजीडीएम और एमबीए पाठ्यक्रम

AICTE ने कहा है कि सरकारी या निजी विश्वविद्यालय अब पीजीडीएम (PGDM) और एमबीए (MBA) दोनों पाठ्यक्रमों की पेशकश एक साथ नहीं कर पाएंगे

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 18 Feb 2020 05:50 PM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2020 09:34 PM (IST)
विश्वविद्यालय एक साथ नहीं चला सकते पीजीडीएम और एमबीए पाठ्यक्रम
विश्वविद्यालय एक साथ नहीं चला सकते पीजीडीएम और एमबीए पाठ्यक्रम

नई दिल्ली, प्रेट्र। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) ने कहा है कि सरकारी और निजी विश्वविद्यालय अब एक साथ पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (पीजीडीएम) और एमबीए पाठ्यक्रम नहीं चला सकते। उन्हें दोनों में से किसी एक पाठ्यक्रम का चुनाव करना होगा।

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सिर्फ आइआइएम ही चला सकते हैं पीजीडीएम

मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तकनीकी एवं प्रबंधन शिक्षा नियामक का कहना है कि पीजीडीएम पाठ्यक्रम सिर्फ प्रतिष्ठित भारतीय प्रबंध संस्थान (आइआइएम) जैसे स्वतंत्र संस्थान ही चला सकते हैं जो न तो विश्वविद्यालय हैं और न ही किसी विश्वविद्यालय से संबद्ध हैं। एआइसीटीई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'समय के साथ डीम्ड विश्वविद्यालयों ने मानकों का उल्लंघन करके प्रबंध पाठ्यक्रमों के अंतर्गत पीजीडीएम का पाठ्यक्रम जोड़ लिया।

एक ही संस्थान में पीजीडीएम और एमबीए पाठ्यक्रमों के संचालन की अनुमति नहीं

एआइसीटीई रेगुलेशंस, 2020 के मुताबिक, एक ही संस्थान में पीजीडीएम और एमबीए पाठ्यक्रमों के संचालन की अनुमति नहीं है। प्रबंध पाठ्यक्रमों के तहत पीजीडीएम और एमबीए पाठ्यक्रम संचालित कर रहे केंद्रीय, राज्य और निजी विश्वविद्यालयों व संस्थानों और डीम्ड विश्वविद्यालयों से अनुरोध है कि वे अपने सभी पाठ्यक्रमों को एमबीए में तब्दील कर लें और एआइसीटीई मानकों का अनुपालन करें।'

एक साथ पाठ्यक्रम करा रहे संस्‍थानों को बदलाव करने का सुझाव

रेगुलेशंस के मुताबिक, विश्वविद्यालयों से संबद्ध संस्थानों के पास विकल्प है कि वे या तो सभी पीजीडीएम पाठ्यक्रमों को संबंधित विश्वविद्यालयों की संबद्धता के साथ एमबीए पाठ्यक्रमों में तब्दील कर लें अथवा सभी पाठ्यक्रमों को पीजीडीएम पाठ्यक्रमों में तब्दील कर लें और उन्हें स्वतंत्र संस्थान के तौर पर संचालित करें।


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