भारत दौरे पर वैश्विक शिया आध्यात्मिक नेता आगा खान
आगा खान, शिया इमामी इस्माइली मुस्लिमों के 49 वें वंशानुगत इमाम (अध्यात्मिक नेता) हैं। 2015 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा देश में अपनी पिछली यात्रा के दौरान भारत में सामाजिक विकास के अपने योगदान के लिए पद्म विभूषण प्रदान किया गया था।
नई दिल्ली, पीटीआइ। वैश्विक शिया आध्यात्मिक नेता आगा खान, 10 दिन की यात्रा पर भारत पहुंचे हैं। वह आगा खान डेवलपमेंट नेटवर्क (एकेडीएन) के संस्थापक और अध्यक्ष हैं। आगा खान भारत सरकार के निमंत्रण पर देश का दौरा कर रहे हैं। वह अपनी भारत यात्रा के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू से भी रूबरू होंगे। साथ ही कई कार्यक्रमों में भी शिरकत करेंगे। यह संयोग है कि दौरा ऐसे समय हो रहा है जब दुनिया भर में उनकी हीरक जयंती मनायी जा रही है।
आगा खान, शिया इमामी इस्माइली मुस्लिमों के 49 वें वंशानुगत इमाम (अध्यात्मिक नेता) हैं। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 21 फरवरी को हुमायूं के मकबरे के पास एक 90 एकड़ पार्क का उद्घाटन होगा, इस दौरान आगा खान उपराष्ट्रपति के साथ उद्धाटन समारोह में सम्मिलित होंगे। इस पार्क में एकेडीएन का भी सहयोग रहा है। बता दें कि शिया इस्लामी मुस्लिम समुदाय के इमाम के रूप में उनके नेतृत्व की 60वीं वर्षगांठ है।
वही एकेडीएन की ओर से जारी बयान में कहा गया कि दिल्ली में पार्क के उद्धाटन समारोह के अलावा आगा खान अहमदाबाद, हैदराबाद और मुंबई का दौरा करेंगे। जहां पर आगा खान डेवलपमेंट नेटवर्क की विभिन्न विकास परियोजनाओं में शामिल होंगे। 2015 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा देश में अपनी पिछली यात्रा के दौरान भारत में सामाजिक विकास के अपने योगदान के लिए पद्म विभूषण प्रदान किया गया था।
एकेडीएन ने एक बयान में कहा, 'यह दौरा असल में दौरों की उस श्रृंखला का हिस्सा है जो आगा खान की हीरक जयंती के मौके पर हो रहे हैं। आगा खान के शिया इस्माइली मुस्लिम समुदाय के इमाम के तौर पर 60 वर्ष पूरे होने पर यह आयोजन किया जा रहा है।'
आगा खान की जयंतियों को परंपरागत रूप से सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विकास परियोजनाओं को शुरू करने या उन्हें और आगे बढ़ाने के मौके के तौर पर देखा जाता है। बता दें कि आगा खान की संस्था ने सिर्फ भारत में ही नहीं अफगानिस्तान, कनाडा, मिस्र, माली और ताजिकिस्तान देशों में भी कई परियोजनाओं का विकास किया है।