'कोई मुस्लिम स्टॉफ नहीं' की टैगलाइन पर बेकरी वाला गिरफ्तार
तमिलनाडु में बेकरी चलाने वाले 32 साल के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है जिस पर आरोप है कि उसने टैगलाइन में लिखा था कि उसकी फर्म मुस्लिमों को रोजगार नहीं देती है।
चेन्नई, प्रेट्र। तमिलनाडु में बेकरी चलाने वाले 32 साल के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, जिस पर आरोप है कि उसने अपने उत्पादों के कथित प्रचार के लिए जो टैगलाइन इस्तेमाल की थी उसमें लिखा हुआ था कि उसकी फर्म मुस्लिमों को रोजगार नहीं देती है। यह जानकारी रविवार को पुलिस ने दी। अपने उत्पादों को ऑनलाइन बेच रहे इस व्यक्ति ने अपने वॉट्सएप ग्रुप में प्रचार के मकसद से कहा था-'ऑर्डर पर जैनों द्वारा निर्मित, कोई मुस्लिम स्टॉफ नहीं।'
उसने शब्दों से गलत संदेश दिया
पुलिस के अनुसार, उसके खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई गई है, जिसमें कहा गया है कि उसने शब्दों ने गलत संदेश दिया है। मामबलम पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले की जांच अभी जारी है।
मुंबई में एक शख्स को किया गया था गिरफ्तार
हाल ही में मुंबई में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था। उस पर आरोप था कि उसने उसने ऑनलाइन ऑर्डर करने के बाद ग्रोसरी सामान लेने से मना कर दिया था क्योंकि उस सामान को पहुंचाने वाला आदमी मुस्लिम था।
राज्य में संक्रमितों की संख्या हुई दोगुनी
गौरतलब है कि महाराष्ट्र और गुजरात के बाद तमिलनाडु में भी कोरोना वायरस का संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है। राज्य में पिछले एक हफ्ते में ही संक्रमितों की संख्या दोगुना से ज्यादा हो गई है। चार मई को राज्य में कुल 3,550 संक्रमित थे, 10 मई को इनकी संख्या बढ़कर 7,204 हो गई है। रविवार को भी 669 नए मामले सामने आए।
तब्लीगी जमात के कारण देश में फैला कोरोना वायरस
दिल्ली के निजामुद्दीन मकरज में मध्य मार्च में तब्लीगी जमाम का सम्मेलन आयोजित किया गया था। उसके कारण तमिलनाडु सति देश के 23 राज्यों में कोरोना वायरस फैल गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का मानना है कि देश में कोविड-19 के 30 प्रतिशत मामले इसी सम्मेलन की देन है। तब्लीगी जमात ने दिल्ली सरकार के आदेशों का खुला उल्लंघन किया।