छुट्टी से लौटने के बाद कार्यालय तक ही सिमटे रहे राहुल गांधी
लंबी छुट्टियों के बाद देश लौटे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को अपने कार्यालय तक सीमित रहे। राहुल से मिलने आए किसान नेताओं को शनिवार को सुबह का समय दिया गया। वहीं राहुल से मिले उनकी मां व काग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व प्रियंका गांधी उनके आवास पहुंची।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। लंबी छुट्टियों के बाद देश लौटे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शुक्रवार को अपने कार्यालय तक सीमित रहे। राहुल से मिलने आए किसान नेताओं को शनिवार को सुबह का समय दिया गया। वहीं राहुल से मिले उनकी मां व काग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व प्रियंका गांधी उनके आवास पहुंची।
सूत्रों के मुताबिक इस दौरान परिवार में ताजा राजनीतिक घटनाक्रम के साथ रविवार को राहुल गांधी के भाषण को लेकर लंबी बात हुई। गौरतलब है पार्टी नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी की आंख राहुल के भाषण पर टिकी हुई है।
इस बीच, राहुल की रैली को चाक चौबंद बनाने को लेकर दिन भर पार्टी नेता सक्रिय रहे। शुक्रवार सुबह पार्टी मुख्यालय पर सचिवों की बैठक हुई। बैठक के बाद पार्टी ने दावा किया की रविवार की रैली एतिहासिक होगी। वही, देर शाम पार्टी के कई महासचिवों ने 15 गुरूद्वारा रकाबगंज स्थित वार रूम में रविवार को होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों का पूर्वालोकन किया।
राहुल या सोनिया :
पार्टी में राहुल को लेकर पार्टी के गैग के बावजूद पार्टी में आज भी उनको लेकर बहस जारी रही। राहुल की ताजपोशी का विरोध कर रहे गुट के मुखर नेताओं में से एक संदीप दीक्षित ने एक बार फिर वर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी के कसीदे पढ़े। संदीप ने कहा कि सोनिया गांधी की अध्यक्षता में पार्टी की बेहतरी सोचने वाले वो अकेले नहीं हैं। पार्टी में कई और नेता भी लोग भी सहमत हैं। वहीं संदीप के बयान के तुरंत बाद दक्षिण मुंबई से पूर्व पार्टी सांसद मिलिंद देवड़ा ने राहुल गांधी के पक्ष में ट्वीट किया। देवड़ा ने लिखा कि क्षणिक गुस्से को हमें दरकिनार करना चाहिए। पूरी पार्टी को एक साथ आकर सोनिया जी के 17 साल के शानदार नेतृत्व के लिए आभार प्रकट करना चाहिए और राहुल गांधी के नेतृत्व में आगे बढ़ना चाहिए। पार्टी सूत्रों के मुताबिक देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी में बदलाव अवश्यंभावी है, रूप रेखा जल्द ही स्पष्ट होगी।
राहुल मय होगी किसान रैली
राजधानी में रविवार को हो रही किसान रैली से राहुल की री-लाचिंग होगी। पार्टी में बदलाव को लेकर मतभेद व नेतृत्व को लेकर परस्पर विरोधी गुटबाजी के बीच रैली को राहुल के लिए प्लेटफार्म के तौर पर देखा जा रहा है। जानकारी के मुताबिक रैली को लेकर राज्यों से आने वाले कार्यकर्ता और प्रचार सामग्री राहुल मय होगी। जबकि, दिल्ली में प्रवेश से लेकर रैली स्थल को राहुल के रंग में रंगने के लिए राहुल को प्रमुखता में रखते हुए विशेष पोस्टर छपाए गए हैं।
मोदी को दुर्योधन जैसा बताया :
कांग्रेस सांसद अहमद पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना दुर्योधन से की। भूमि अधिग्रहण बिल को लेकर अहमद पटेल ने कहा कि मोदी दुर्योधन की तरह अहंकारी हैं। पटेल ने कहा कि महाभारत में भगवान श्रीकृष्ण के समझाने के बावजूद कहा वो एक इंच जमीन भी पांडवों को देने को तैयार नही हुआ। जैसे उसके दिल में जिद थी, वैसे ही मोदी जी भूमि अध्यादेश को हर कीमत पर पास कराने की जिद कर रहे हैं। यह किसान विरोधी है।