अफ्रीकन 'आर्मी' कीड़े का हमला, छह राज्यों की फसलों को खतरा
देश में मक्के की खेती गंभीर खतरे की हद में है। छह राज्यों में मक्के की खेती पर इसका प्रकोप हो चुका है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। देश में मक्के की खेती गंभीर खतरे की हद में है। छह राज्यों में मक्के की खेती पर इसका प्रकोप हो चुका है, जिसे बचाने के लिए केंद्र सरकार ने कृषि सचिव की अध्यक्षता में हाई लेवल कमेटी का गठन किया है। फसल सुरक्षा को लेकर सरकार ने इस क्षेत्र के जाने-माने वैज्ञानिकों की टीम को इसकी रोकथाम के लिए लगा दिया है।
अफ्रीकी देशों से यहां पहुंचे इस फाल आर्मी वर्म के बढ़ते प्रकोप को लेकर कृषि वैज्ञानिकों की चिंताएं बढ़ गई हैं। लेकिन सरकार ने सतर्कता बरतते हुए तत्काल 12 सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन कर मोर्चे पर लगा दिया है। कमेटी में उन राज्यों के प्रतिनिधि भी तैनात किये गये हैं, जहां इसका प्रकोप हो चुका है।
सूत्रों के मुताबिक देश के छह राज्यों में इस कीड़े का हमला हो चुका है, जिससे काफी नुकसान भी हुआ है। कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और गुजरात प्रमुख राज्य हैं।
मक्का रबी और खरीफ दोनों सीजन की फसल है। लेकिन इसे खरीफ की प्रमुख फसल माना जाता है। बीते खरीफ सीजन में इस कीड़े का प्रकोप कर्नाटक, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में हो चुका है, जिसका असर पैदावार पर भी पडे़गा। कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक इस कीड़े को लेकर बहुत पहले ही सूचना मिल गई थी। यह कीड़ा दिनरात फसलों को काटता खाता रहता है, जिससे देखते-देखते फसल चट हो जाती है।
खरीफ के बाद अब रबी सीजन वाली मक्के की फसल में इसके प्रसार को पर नियंत्रित करने के उपाय किये जा रहे हैं। हाई लेवल कमेटी की पहली बैठक जल्दी ही होने वाली है, जिसमें इसके लिए अर्ली वार्निग सेंटर की स्थापना पर विचार विमर्श किया जाएगा। दूसरी व्यवस्था एकीकृत फसल संरक्षण प्रबंधन की होगी, जिसके लिए राज्यों को केंद्र के साथ मिलकर कार्य करना होगा।