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भारत में पढ़ रहे अफगानिस्तान के छात्रों को अपने देश में बदले हालात की चिंता, मोदी सरकार से लगाई गुहार

अफगानिस्तान में बदले हालात के बाद हिंदुस्तान में पढ़ रहे अफगानी विद्यार्थी परेशान हैं। अलग-अलग राज्यों में पढ़ने वाले इन विद्यार्थियों को सबसे ज्यादा चिंता इस बात की सता रही है कि वीजा अवधि समाप्त होने पर उनको यहां से अपने देश जाना पड़ा तो मुसीबत आ जाएगी।

By Avinash RaiEdited By: Published: Wed, 18 Aug 2021 06:53 PM (IST)Updated: Wed, 18 Aug 2021 07:51 PM (IST)
भारत में पढ़ रहे अफगानिस्तान विद्यार्थियों को अपने देश में बदले हालात से अपनों की चिंता

जागरण टीम, नई दिल्ली। अफगानिस्तान में बदले हालात के बाद हिंदुस्तान में पढ़ रहे अफगानी विद्यार्थी परेशान हैं। अलग-अलग राज्यों में पढ़ने वाले इन विद्यार्थियों को सबसे ज्यादा चिंता इस बात की सता रही है कि वीजा अवधि समाप्त होने पर उनको यहां से अपने देश जाना पड़ा तो मुसीबत आ जाएगी। हालांकि, भारत सरकार (केंद्रीय गृह मंत्रालय) ने देश में रह रहे सभी विदेशी नागरिकों के लिए सभी तरह के वीजा की अवधि 31 अगस्त तक बढ़ा दी है, इसीलिए इन विद्यार्थियों को भी वीजा की चिंता नहीं करनी चाहिए।

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भारत में पढ़ रहे अफगानिस्तान विद्यार्थियों को अपनों की चिंता

अलबत्ता, अफगानिस्तान में रह रहे अपने स्वजन को लेकर भी चिंतित हैं। उन्होंने भारत सरकार से अपील की है कि उनके स्वजन को अफगानिस्तान से निकालने में मदद की जाए। ये विद्यार्थी आर्थिक संकट का भी सामना कर रहे हैं। हरियाणा के कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय प्रौद्योगिक संस्थान (एनआइटी), कुरुक्षेत्र में करीब एक दर्जन अफगानी विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें से कुछ की आगामी 31 अगस्त को वीजा अवधि पूरी हो जाएगी।

आर्थिक संकट से भी जूझ रहे इन विद्यार्थियों को अब खुद के यहां रहने और अफगानिस्तान में रहे रहे स्वजन को लेकर चिंता सता रही है। वे पल-पल अपनों के बारे में पूछ रहे हैं और उनसे तालिबान के कब्जे के बारे में ताजा जानकारी लेने के साथ उनका हाल-चाल भी जान रहे हैं। विवि प्रशासन ने अफगानिस्तान के ताजा हालात को देखते हुए हास्टल की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।

गुजरात में पाटिल से गुहार

गुजरात में भाजपा सांसद सीआर पाटिल से मुलाकात कर अफगानी विद्यार्थियों ने मदद की गुहार लगाई है। गौरतलब है कि सूरत के वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय तथा वडोदरा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय में करीब एक दर्जन अफगानी विद्यार्थी पढ़ते हैं। इनमें से दो छात्राओं ने भारत सरकार से उनकी वीजा अवधि बढ़ाने तथा अफगानिस्तान में फंसे अपने स्वजन को भारत लाने की गुहार लगाई है।

संकट के बीच छात्रवृत्ति भी रुकी

संकट के बीच पंजाब में अफगानी विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति भी रुक गई है। गौरतलब है कि प्रत्येक अफगानी विद्यार्थी को इंडियन काउंसिल फार कल्चर रिलेशन (आइसीसीआर) की तरफ से छात्रवृत्ति के रूप में 23 हजार रुपये मासिक मिलते हैं। ऐसे में जदी और बशीर मलिक सहित सैकड़ों अफगानी युवाओं के सामने अब आर्थिक संकट है।

चंडीगढ़ में रहकर पढ़ाई कर रहे अफगानी विद्यार्थियों का कहना है कि अफगानिस्तान में सब कुछ ठप-सा हो गया है। उनका परिवार किस हाल में होगा उन्हें इसी की चिंता सता रही है। इतना ही नहीं अब वे अपने भविष्य को लेकर भी चिंतित हैं। उल्लेखनीय है कि तीन सौ से ज्यादा अफगानी विद्यार्थी पंजाब यूनिवर्सिटी और पंजाब के विभिन्न सरकारी व प्राइवेट कालेजों में पढ़ाई कर रहे हैं।

कोरोना संकट के कारण कालेज हॉस्टल बंद होने की वजह से इन विद्यार्थियों को किराये पर कमरा लेकर बाहर रहना पड़ रहा है। चंडीगढ़ में रहने वाले कई अफगानी विद्यार्थियों की वीजा अवधि सितंबर में खत्म होने वाली है, लेकिन कालेज प्रशासन ने खुद पहल करते हुए वीजा अवधि बढ़ाने के लिए काम शुरू कर दिया है।

केंद्र ने दी वीजा में राहत

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश में रह रहे सभी विदेशी नागरिकों के लिए सभी तरह के वीजा की अवधि 31 अगस्त तक बढ़ा दी थी। इसीलिए अफगानिस्तान से आने वाले विद्यार्थियों को इस समय तक वीजा की चिंता नहीं करनी चाहिए। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 31 अगस्त के बाद यदि किसी अफगानी विद्यार्थी के वीजा की अवधि समाप्त हो जाती है तो वह विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) में जाकर अवधि बढ़ाने के लिए आवेदन कर सकता है। एफआरआरओ प्रत्येक विद्यार्थी के आवेदन के आधार पर वीजा अवधि बढ़ाने का फैसला लेगा।

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लोकसंपर्क विभाग के उप निदेशकदीपक राय बब्बर ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कैंपस में सभी विद्यार्थी सुरक्षित हैं और उन्हें किसी तरह की समस्या नहीं है। विद्यार्थियों से लगातार संपर्क साधा जा रहा है। वीजा का विषय एंबेसी का है। उच्चाधिकारियों के आदेशानुसार फैसले लिए जाएंगे।


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