Kerala Gold Smuggling Case : आरोपी स्वप्ना की डिग्री निकली फर्जी, मामले पर ईडी की करीबी नजर
केरल सोना तस्करी मामले में आरोपित स्वप्ना सुरेश ने जिस डिग्री के आधार पर आइटी विभाग में नौकरी हासिल की थी वह फर्जी निकली है। वहीं ईडी भी मामले पर करीबी नजर बनाए हुए है।
कोच्चि, एजेंसियां। केरल सोना तस्करी मामले में आरोपित स्वप्ना सुरेश ने जिस डिग्री के आधार पर सूचना एवं प्रौद्योगिकी (आइटी) विभाग में नौकरी हासिल की थी वह फर्जी निकली। पुलिस ने आइटी विभाग की शिकायत के आधार पर स्वप्ना तथा प्राइसवाटर हाउस कूपर्स समेत दो कंपनियों पर धोखाधड़ी और जालसाजी का केस दर्ज किया गया है। स्वप्ना को अब आइटी विभाग ने बर्खास्त कर दिया है। प्राइसवाटर हाउस कूपर्स व विजन टेक्नालॉजीज पर प्रमाण पत्रों की जांच की जिम्मेदारी थी।
ईडी मामले पर रख रहा करीबी नजर
राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआइए ने सोना तस्करी मामले की जांच शुरू कर दी है। इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी मामले पर करीबी नजर रख रहा है। सूत्रों का कहना है कि जब आरोपितों का अवैध लेनदेन सामने आ जाएगा तो केंद्रीय एजेंसी उनके खिलाफ फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (फेमा)-1999 और प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए)-2002 के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेगी।
दो आरोपित एनआइए की रिमांड
केरल सोना तस्करी मामले में एक विशेष अदालत ने सोमवार को स्वप्ना सुरेश व संदीप नायर को आठ दिनों की एनआइए हिरासत में भेज दिया। दोनों को शनिवार को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था। उधर, अर्थिक अपराध कोर्ट ने एक अन्य आरोपित केटी रमीस को 14 दिनों के लिए सीमा शुल्क विभाग की हिरासत में भेज दिया। उसे रविवार को मलप्पुरम से गिरफ्तार किया गया था।
आरोपित फैजल फरीद का बयान दर्ज
सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों ने मामले के तीसरे आरोपित फैजल फरीद का फोन पर बयान दर्ज किया। वह इस समय दुबई में है। अधिकारियों ने बताया कि उसके एक दोस्त के जरिये उससे संपर्क किया गया था। वह त्रिशूर जिले का रहने वाला है।
क्या है पूरा मामला
पांच जुलाई को तिरुअनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सीमा शुल्क विभाग ने करीब 15 करोड़ की लागत वाली 30 किलोग्राम सोने की एक खेप को जब्त किया था। सोना संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के महावाणिज्य दूतावास के एक राजनयिक के नाम एयर कार्गो के जरिये भेजा गया था। इस मामले में सारिथ पीएस, स्वप्ना सुरेश, फैजल फरीद व संदीप के खिलाफ गैर कानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) समेत आइपीसी की अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। सारिथ, स्वप्ना व संदीप की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि फैजल फरार है।