बंगाल के शिक्षण संस्थानों में तेजी से बढ़ रहा एबीवीपी का ग्राफ, 500 नई शाखाएं खोलने का लक्ष्य
वर्तमान में एबीवीपी के सदस्यों की संख्या 40 हजार है। इस संख्या को बढ़ा कर जल्द ही 1.5 लाख करने का लक्ष्य है।
जागरण संवाददाता, कोलकाता। पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में भाजपा के बेहतर परिणाम का लाभ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को भी मिल रहा है। यही कारण है कि एबीवीपी ने चुनाव परिणाम घोषित होने के 15 दिनों के भीतर ही शिक्षण संस्थानों में 22 नई शाखाएं खोल ली हैं।
जानकारी के मुताबिक लोकसभा चुनाव का परिणाम आने से पहले राज्य के मेडिकल, इंजीनियर और डिग्री कॉलेजों को मिला कर शिक्षण संस्थानों में एबीवीपी की 163 शाखाएं थीं। लेकिन, 23 मई को चुनाव परिणाम की घोषणा होने और राज्य में भाजपा के 18 लोकसभा सीटों पर कब्जा करने के बाद दो सप्ताह के भीतर ही 22 नई शाखाएं खुल गई हैं। एबीवीपी ने राज्यभर में 500 नई शाखाएं खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
कयास लगाए जा रहे हैं कि जिस रफ्तार से एबीवीपी की शाखाएं बढ़ रही हैं, जून-जुलाई तक आंकड़ा लक्ष्य छूने के काफी करीब पहुंच जाएगा। वर्तमान में एबीवीपी के सदस्यों की संख्या 40 हजार है। इस संख्या को बढ़ा कर जल्द ही 1.5 लाख करने का लक्ष्य है। जहां-जहां नई शाखाएं खोली गई हैं, उन शिक्षण संस्थानों में छात्र संसद का चुनाव कराने की भी मांग की है।
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