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राजस्थान: ट्रैक्टर प्रतियोगिता के दौरान गिरा शेड, 50 लोग घायल

जिस वक्त शेड गिरा तो ये लोग मेले में ट्रैक्टर प्रतियोगिता देख रहे थे। बताया जाता है कि इस हादसे में 50 लोग घायल हो गए, हालांकि किसी की जान नहीं गई।

By Vikas JangraEdited By: Published: Sun, 29 Jul 2018 07:55 PM (IST)Updated: Sun, 29 Jul 2018 09:43 PM (IST)
राजस्थान: ट्रैक्टर प्रतियोगिता के दौरान गिरा शेड, 50 लोग घायल

जयपुर [जागरण संवाददाता]। राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले के पदमपुर में रविवार शाम को बड़ा हादसा होने से करीब 50 लोग घायल हो गए । घायलों में 20 की हालत गंभीर बनी हुई है । गंभीर रूप से 8 घायलों को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रैफर किया गया है,वहीं 12 को श्रीगंगानगर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है । शेष घायलों का पदमपुर के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है । राज्य के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया और पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) ने इस हादसे में किसी भी व्यक्ति की मौत से इंकार करते हुए घायलों की संख्या 50 बताई है । हालांकि हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने 8 लोगों की मौत और 200 के घायल होने की बात कही थी,लेकिन सरकार ने इस तरह की खबरों को गलत बताया है ।

दरअसल, पदमपुर की नई अनाज मंडी (धान मंडी) में पिछले तीन दिन से चल रहे किसान मेले के दौरान रविवार को ट्रैक्टर रस्साकशी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इस दौरान दो ट्रैक्टरों के बीच में रस्से को जोड़कर ताकत अजमाने के खेल को देखने के लिए आसपास के करीब पांच हजार ग्रामीण अनाज मंडी में पहुंचे थे। इनमें महिला, पुरूष और बच्चे शामिल थे। इनमें से 500 लोग मंडी में अनाज रखने के लिए बनाए गए लोहे के टिन शेड पर चढ़कर बैठ गए। वहीं करीब ढ़ाई से तीन हजार लोग टिन शेड के नीचे बैठकर प्रतियोगिता देख रहे थे, शेष इधर-उधर घूम रहे थे।

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प्रतियोगिता के दौरान उत्साहित ग्रामीण टिन शेड पर जोर-जोर से कूदने लगे, इससे शेड नीचे गिर गया और नीचे बैठे लोग दब गए। प्रारम्भिक जानकारी के अनुसार काफी लम्बा शेड गिरने से काफी लोग नीचे गिर गए और करीब 500 नीचे दब गए। शेड गिरने से मौके पर ही 6 लोगों की मौत हो गई। वहीं दो गंभीर घायलों ने उपचार के लिए अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। घटना के समय मौके पर मंडी समिति के पदाधिकारी ही मौजूद थे, उन्होने ग्रामीणों की सहायता से बचाव कार्य शुरू किया। ग्रामीणों ने शेड में दबे लोगों को बाहर निकाला। सूचना पर जिला कलेक्टर ज्ञानाराम प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। हादसे के करीब एक घंटे बाद रेस्क्यू आॅपरेशन प्रारम्भ हो सका। देरी का कारण कर्मचारियों रविवार को अवकाश पर होना बताया गया है ।

गृहमंत्री बोले- मैं भगवान तो हूं नहीं जो हादसे रोक लूं
पदमपुर हादसे पर मीडिया के सवालों से नाराज हुए राज्य के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि "मैं कोई भगवान तो हूं नहीं, जो हादसे रोक लूं''। उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि "रेस्क्यू आॅपरेशन चल रहा है, लेकिन आपको जो छापना है वो छापो और दिखाना है वो दिखाओ"। उन्होंने कहा कि सरकार किसी हादसे का पहले से अनुमान तो लगा नहीं सकती। हादसा होने के बाद बचाव कार्य जारी है।

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मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने घटना का जायजा लेने के लिए खान मंत्री सुरेन्द्र पाल टीटी के साथ आधा दर्जन अधिकारियों की टीम को मौके पर जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से टेलिफोन पर हादसे की जानकारी ली।

गहलोत, पायलट ने जताया दुख: कहा,न्यायिक जांच हो
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने हादसे पर दुख: जताया है। पायलट ने मामले की न्यायिक जांच की मांग करते हुए मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की मांग करते हुए हादसे के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।


जिला कलेक्टर बोले- नहीं ली थी अनुमति
श्रीगंगानगर जिला कलेक्टर ज्ञानाराम ने बताया कि प्रतियोगिता के लिए मंडी समिति ने जिला प्रशासन से अनुमति नहीं ली थी। प्रशासन को तो इस बात की जानकारी ही नहीं थी कि इस तरह की कोई प्रतियोगिता भी आयोजित की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने मृतकों के आश्रितों को 25-25 हजार रुपये का मुआवजा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार अलग से मुआवजा देगी। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता के लिए परमपुर नई अनाज मंडी में ही अस्थायी स्टेडियम बना रखा था।

ऐसी होती है ट्रैक्टर रस्साकशी प्रतियोगिता
अक्सर ऐसी प्रतियोगिता पंजाब में होती है। श्रीगंगानगर जिला पंजाब के निकट होने के कारण पिछले कुछ सालों से यहां भी इस तरह की प्रतियोगिता होने लगी है। श्रीगंगानगर के पदमपुर में भी रविवार को इसी तरह की प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें दो ट्रैक्टरों के बीच रस्सा बांधा जाता है। इसके बाद दोनों ट्रैक्टर विपरीत दिशा में पूरी ताकत के साथ एक-दूसरे को खींचते हैं। एक निर्धारित दूरी तक दूसरे ट्रैक्टर को खींच ले जाने वाले ट्रैक्टर चालक को विजेता घोषित किया जाता है। विजेता ट्रैक्टर मालिक को इनाम दिया जाता है।


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