MiG-29K fighter Plane crashed: गोवा में मिग 29-के लड़ाकू विमान क्रैश, पायलट सुरक्षित
MiG-29K fighter aircraft crashed in Goa गोवा में शनिवार को मिग 29-के लड़ाकू विमान क्रैश हो गया। विमान में सवार दोनों पायलट सुरक्षित इजेक्ट करने में कामयाब हो गए हैं।
पणजी, एएनआइ। MiG-29K fighter aircraft crashed in Goa गोवा में मिग 29-के लड़ाकू विमान क्रैश हो गया है। नौसेना सूत्रों ने बताया कि उड़ान भरने के थोड़ी देर बाद ही विमान दुर्घटना का शिकार हो गया। विमान अपने प्रशिक्षण उड़ान पर था। विमान में सवार दोनों पायलट कैप्टन एम शोखंड (Captain M Sheokhand) और लेफ्टिनेंट कमांडर दीपक यादव (Deepak Yadav) सुरक्षित इजेक्ट करके अपनी जान बचाने में सफल रहे। यह विमान मिग के फाइटर जेट संस्करण का ट्रेनर विमान था। नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल (Vivek Madhwal) ने बताया कि विमान के इंजन में आग लग गई जिससे यह हादसा हुआ।
इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि उन्होंने हादसे में बाल बाल बचे दोनों पायलटों और लेफ्टिनेंट दीपक यादव से बात की है। यह संतोषजनक है कि उन्होंने समय पर रहते हुए खुद को बचा लिया। मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं।
इससे पहले सितंबर महीने में मध्य प्रदेश के ग्वालियर में वायुसेना का एक MiG 21 Trainer विमान क्रैश हो गया था। इस हादसे में भी किसी की जान नहीं गई थी और समय रहते ही विमान के ग्रुप कैप्टन और स्क्वाड्रन लीडर समेत दोनों पायलटों ने खुद को सुरक्षित इजेक्ट कर लिया था। यह विमान भी नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था जो ग्वालियर एयरबेस के नजदीक ही हादसे का शिकार हो गया था। भारतीय वायु सेना ने इस हादसे की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश जारी करते हुए कर्नल रैंक के एक अधिकारी को छानबीन की जिम्मेदारी सौंपी थी।
इसी साल मार्च महीने में राजस्थान के बीकानेर में भारतीय वायुसेना का मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान क्रैश हो गया था। हालांकि, पायलट ने विमान क्रैश होने से पहले ही पैराशूट के सहारे छलांग लगा दी थी। विमान ने बीकानेर के पास नल एयरबेस से उड़ान भरी ही थी कि पक्षी के टकराने के चलते हादसे का शिकार हो गया। यह विमान भी अपने नियमित मिशन पर था।
बता दें इस साल मिग फाइटर जेट क्रैश होने की यह चौथी घटना है। रिपोर्टों के मुताबिक, मिग विमानों के क्रैश होने की घटनाएं बेहद आम हो गई हैं। करीब पांच दशक पुराने इन विमानों को वायुसेना की ओर से बदलने की मांग लंबे वक्त से हो रही है। उड़ता ताबूत के तौर पर बदनाम इन विमानों को हल्के स्वदेशी तेजस से बदलने की भी चर्चाएं सामने आ चुकी हैं।