सेना प्रमुखों के साथ एंटनी ने की रक्षा तैयारियों की समीक्षा
सीमा पर एक ओर चीनी सैनिकों की घुसपैठ और दूसरी तरफ पाकिस्तान की ओर से लगातार जारी संघर्ष विराम उल्लंघन के मद्देनजर रक्षा मंत्री एके एंटनी ने तीनों सेना प्रमुखों के साथ रक्षा तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में सीमा के हालात को नियंत्रण में रखने के लिए किए जा रहे उपायों भी चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक डेढ़ घंटे से
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। सीमा पर एक ओर चीनी सैनिकों की घुसपैठ और दूसरी तरफ पाकिस्तान की ओर से लगातार जारी संघर्ष विराम उल्लंघन के मद्देनजर रक्षा मंत्री एके एंटनी ने तीनों सेना प्रमुखों के साथ रक्षा तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में सीमा के हालात को नियंत्रण में रखने के लिए किए जा रहे उपायों भी चर्चा हुई।
सूत्रों के मुताबिक डेढ़ घंटे से अधिक चली इस बैठक में सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने सीमा पर पाकिस्तानी सेना द्वारा 6 अगस्त को पांच भारतीय जवानों की हत्या से उपजी स्थिति को संभालने के लिए की जा रही कार्रवाई का ब्योरा दिया। बैठक में सेनाध्यक्षों के अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन समेत कई आला अधिकारी मौजूद थे। बताते चलें कि पाकिस्तानी सेना के विशेष दस्तों की मदद से हुई इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान करीब 40 बार सीमा पर संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन कर चुका है। इस दौरान बीते एक दशक से शांत चले आ रहे कारगिल एवं द्रास सेक्टर में भी पाकिस्तानी सेना ने दस बार संघर्ष विराम तोड़ डाला है। सूत्रों के अनुसार इस दौरान चीन के साथ सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा के हालात की भी समीक्षा हुई।
गौरतलब है कि बीते 8 महीनों में चीनी सैनिकों के भारतीय हद में दाखिल होने की 150 घटनाएं दर्ज की चुकी हैं। लद्दाख, उत्तराखंड एवं अरुणाचल प्रदेश के इलाकों में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गश्त के बहाने चीनी सैनिक कई बार भारत की हद में दाखिल हुए हैं और भारतीय सैनिकों से उनके आमने-सामने की स्थिति बनी है। हालांकि, भारतीय रक्षा तंत्र चीन के साथ अनिर्णित सीमा का हवाला देते हुए चीनी सैनिकों की घुसपैठ को कमतर बताने का प्रयास करता है। दोनों देशों के बीच चार हजार किमी से अधिक लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा है।
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