जनधन योजना से बना वर्ल्ड रिकार्ड, गिनीज बुक में शामिल
प्रधानमंत्री की जनधन योजना ने एक नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है, जिसकी वजह से इसको गिनीज बुक में शामिल किया गया है। दरअसल इस योजना के तहत महज पांच माह में लगभग साढ़े ग्यारह करोड़ अकाउंट खोले गए हैं, जो अपने आप में एक कीर्तिमान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री की जनधन योजना ने एक नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है, जिसकी वजह से इसको गिनीज बुक में शामिल किया गया है। दरअसल इस योजना के तहत महज पांच माह में लगभग साढ़े ग्यारह करोड़ अकाउंट खोले गए हैं, जो अपने आप में एक कीर्तिमान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की सफलता के लिए राज्य सरकारों को बधाई दी है।
इसकी जानकारी देते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि पिछले वर्ष 28 अगस्त को इस योजना को लागू करते समय 26 जनवरी तक साढ़े सात करोड़ खाते खाेलने का लक्ष्य रखा गया था। इसमें न केवल ग्रामीण इलाकों के घरों को शामिल किया गया था बल्कि शहरी इलाकों काे भी लक्ष्य में रखा गया था।
जेटली ने कहा कि इस योजना की सफलता के पीछे जो केंद्र की सोच थी उसको लोगों तक पहुंचाने में हम सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना को सफल बनाने में न सिर्फ केंद्र की भूमिका सराहनीय है बल्कि राज्य सरकारों ने भी इसमें बढ़चढ़कर काम किया है।
वित्तमंत्री ने कहा कि इस योजना की सफलता के बाद केंद्र के लिए इससे जुड़े खातेदारों द्वारा खातों को चालू रखवाना एक बड़ी चुनौती है। उनके मुताबिक इस योजना के तहत खोले गए महज 28 फीसद खाते ही चालू हैं।
इस योजना के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि इसके तहत पांच हजार की ओवरड्राफ़ट सुविधा है, साथ ही इसके तहत मिलने वाले रुपये कार्ड काफी फायदे का सौदा है। इन सभी के अलावा इस पर मिलने वाला एक लाख का एक्सीडेंट इंश्योरेंस कवर भी लोगों को काफी फायदे का सौदा लगा है।
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