Move to Jagran APP

Mumbai Footover Bridge Collapse को लेकर बड़ा खुलासा, छह महीने पहले मिली थी क्लीन चिट

मुंबई में जिस फुटओवर ब्रिज के गिरने से 6 लोगों की मौत हो गई उसे सिर्फ छह महीने पहले ही क्लीन चिट मिली थी। एक ऑडिट रिपोर्ट में इस फुट ओवरब्रिज को उपयोग के लिए फिट बताया गया था।

By Nitin AroraEdited By: Published: Fri, 15 Mar 2019 09:16 AM (IST)Updated: Fri, 15 Mar 2019 09:42 AM (IST)
Mumbai Footover Bridge Collapse को लेकर बड़ा खुलासा, छह महीने पहले मिली थी क्लीन चिट
Mumbai Footover Bridge Collapse को लेकर बड़ा खुलासा, छह महीने पहले मिली थी क्लीन चिट

मुंबई, एजेंसी। Mumbai Footover Bridge Collapse- गुरुवार को मुंबई में गिरे फुट ओवरब्रिज को लेकर एक बड़ी बात सामने आई है। महज छह महीने पहले इस फुट ओवरब्रिज को क्लीन चिट मिली थी। बता दें कि छह महीने पहले पेश की गई एक संरचनात्मक ऑडिट रिपोर्ट में इस फुट ओवरब्रिज को 'उपयोग के लिए फिट' बताया गया था। इस दुर्घटना में 6 लोगों की मौत हो गई और 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए।

loksabha election banner

इस घटना के बाद सर्वेक्षण की गुणवत्ता पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। दो साल में नगर पालिका द्वारा नियुक्त ठेकेदारों ने मुंबई के सभी 314 पुलों, सबवे और स्काईवॉक का ऑडिट किया था।

बीएमसी कमिश्नर अजॉय मेहता ने कहा, 'मैंने स्ट्रक्चरल ऑडिट से जुड़े दस्तावेजों की कस्टडी मांगी है। दस्तावेज आने के बाद कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा। लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई शुरू की जाएगी'। 
अधिकारियों ने बताया कि यह फुट ओवरब्रिज लगभग 35 साल पुराना है और 2010-11 में इसकी अंतिम मरम्मत की गई थी। “2016 में, स्वच्छ भारत अभियान के तहत, पुल का उत्तरी छोर सौंदर्यीकरण के लिए लिया गया था, जिसमें पुल की टाइलों को बदलना और नया पेंट शामिल था, लेकिन इसकी मरम्मत को लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए। 

क्लीन चिट
2016 में मुंबई के बाहरी इलाके में एक बड़े पुल के ढहने के बाद सरकार ने राज्य भर के सभी पुलों के सर्वेक्षण का आदेश दिया था। सरकार ने एजेंसियों को तीन महीने के भीतर सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया था। लेकिन September 2018 में जा कर यह रिपोर्ट सिविक कमिश्नर को सौंपी गई।

इस साल जनवरी में, बीएमसी ने 65 करोड़ रुपये खर्च करके 50 से अधिक पुलों, फ्लाईओवर, एफओबी और स्काईवॉक की मरम्मत की मंजूरी दी। अधिकारियों ने कहा कि संरचनात्मक ऑडिट में, सीएसटी पर पुल जो गुरुवार को ढह गया था, उसे "फिट" के रूप में चिह्नित किया गया था और केवल "मामूली मरम्मत" के लिए सिफारिश की गई थी। 314 पुलों में से, ऑडिट ने 14 पुलों के विध्वंस और पुनर्निर्माण की सिफारिश की थी, जिनमें पांच एफओबी, 47 अन्य को बड़ी मरम्मत और अन्य 176 के मामले में मामूली मरम्मत थी। शेष 77 पुलों को "ध्वनि की स्थिति में" घोषित किया गया था।

अधिकारियों ने कहा कि दक्षिण मुंबई में, केवल तीन एफओबी - येलो गेट एफओबी (पी डी'मेलो रोड) और मरीन लाइन्स रेलवे स्टेशन के पास दो एफओबी का पुनर्निर्माण किया जाना था। जबकि पुनर्निर्माण, प्रमुख और मामूली मरम्मत कार्यों की अनुमानित लागत 277 करोड़ रुपये है, बीएमसी ने 2019-20 में इसके लिए 108 करोड़ रुपये रखे हैं। एक अधिकारी ने कहा, "हाल ही में मामूली मरम्मत के लिए वर्क ऑर्डर जारी किए गए थे।"

यह पुल सीएसटी स्टेशन को जोड़ता है और इसके दो रास्ते हैं। एक अंजुमन इस्लाम स्कूल के बाहर और दूसरा बीटी लेन पर है जो आजाद मैदान पुलिस स्टेशन और कामा अस्पताल के पीछे की ओर जाता है। एक अधिकारी ने कहा, "हालांकि पुल का उपयोग हजारों लोगों द्वारा किया जाता है, लेकिन इस पुल का उपयोग करने वाले पैदल यात्रियों की सही संख्या बता पाना मुश्किल है।"


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.