भाजपा को 92 फीसद चंदा लोकसभा चुनाव से पहले मिला
भाजपा को मिलने वाले चंदे में से 92 फीसद उसे लोकसभा चुनाव से पहले मिले। इसके साथ ही 20,000 से अधिक पार्टी को जो चंदे मिले हैं वह कॉरपोरेट सेक्टरों से मिले हैं। भाजपा के टॉप डोनर्स में भारती ग्रुप की सत्या इलेक्टोरल ट्रस्ट, स्टेरेलाइट इंडस्ट्री और केयर्न इंडिया प्रमुख
नई दिल्ली। भाजपा को मिलने वाले चंदे में से 92 फीसद उसे लोकसभा चुनाव से पहले मिले। इसके साथ ही 20,000 से अधिक पार्टी को जो चंदे मिले हैं, वह कॉरपोरेट सेक्टरों से मिले हैं। भाजपा के टॉप डोनर्स में भारती ग्रुप की सत्या इलेक्टोरल ट्रस्ट, स्टरलाइट इंडस्ट्री और केयर्न इंडिया प्रमुख हैं। लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि भाजपा को चंदा देने वाली तीन प्रमुख कंपनियों ने पिछले साल उसे कोई चंदा नहीं दिया था।
एसोसिएशन आफ डेमोक्रेटिक रिफार्म द्वारा की गई समीक्षा के मुताबिक भाजपा को कॉरपोरेट सेक्टर से 157.84 करोड़ रुपये चंदे के रूप में मिले। यह समीक्षा भाजपा के 2013-14 के उस कंट्रीव्यूशन रिपोर्ट पर आधारित है, जो उसने चुनाव आयोग में जमा कराए।
भाजपा को सबसे अधिक चंदा भारती ग्रुप की सत्या इलेक्टोरल ट्रस्ट की ओर से मिला। पार्टी को तीन डोनेशन में 41.37 करोड़ रुपये मिले। इसके बाद स्टरलाइट इंडस्ट्री ने चार डोनेशन में भाजपा को 15 करोड़ रुपये दिए। तीसरा स्थान केयर्न इंडिया का है, जिसने दो डोनेशन में भाजपा को 7.50 करोड़ रुपये दिए।
साल 2013-14 के लिए भाजपा द्वारा चुनाव आयोग को सौंपी गई दानकर्ताओं की रिपोर्ट में कई गड़बड़ियां देखने को मिली हैं। एक ही चेक नंबर से मिले चंदे के अलग-अलग ट्रांजेक्शन दिखाया गया है। भाजपा ने 20 दिसंबर, 2014 को यह रिपोर्ट इलेक्शन कमीशन को सौंपी थी।
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