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शोध में आया सामने, 6 उंगलियों वाले बेहतर और तेज दिमाग से करते हैं काम

एक शोध में सामने आया है कि जिन महिला-पुरूषों के 6 उंगली होती है वो अधिक बेहतर और तेज दिमाग से काम करते हैं। इस वजह से अब वैज्ञानिक 6 उंगलियों वाले रोबोट बनाने की तैयारी कर रहे हैं।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Thu, 06 Jun 2019 12:45 PM (IST)Updated: Thu, 06 Jun 2019 12:45 PM (IST)
शोध में आया सामने, 6 उंगलियों वाले बेहतर और तेज दिमाग से करते हैं काम
शोध में आया सामने, 6 उंगलियों वाले बेहतर और तेज दिमाग से करते हैं काम

नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। जर्मनी के वैज्ञानिकों ने एक शोध किया है जिसमें ये बात सामने आई है कि जिन लोगों के हाथों में 6 उंगुलियां होती है वो आम लोगों से बेहतर काम करते है। ऐसे लोगों का दिमाग भी तेज चलता है। जर्मनी की यूनिवर्सिटी ऑफ फ्रीबर्ग एंड इंपीरियल कॉलेज की हालिया रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है।

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इस शोध के बाद अब वैज्ञानिकों ने ये तय किया है कि वो काम में तेजी लाने के लिए 6 उंगलियों वाले रोबोट भी बनाएंगे। ऐसे रोबोटों का मॉडल तैयार किया जा रहा है। 

दुनिया भर में सैकड़ों लोग 6 उंगलियों वाले होंगे, इनमें से कुछ ने अपने-अपने इलाके में नाम रोशन कर रखा है चाहे वो बालीवुड में काम करने वाले हो या फिर एथलीट। वैज्ञानिकों ने शोध के दौरान पाया कि जिन लोगों के हाथों और पैरों में छह उंगलियां होती हैं, वे पांच उंगलियों वाले की अपेक्षा काम को ज्यादा बेहतर तरीके से अंजाम देते हैं। उनका दिमाग पांच उंगलियों वालों से ज्यादा तेज गति से भी काम करता है। साथ ही हर काम में बेहतर संतुलन बनाए रखते हैं। इसी वजह से उनका काम बेहतर दिखता है। 

शोधकर्ताओं का कहना है कि हाथ या पैर में अतिरिक्त उंगलियां होना कोई बीमारी नहीं होती। इसे विज्ञान की भाषा में पॉलिडेक्टिली कहते हैं। एक अनुमान के अनुसार 800 में से एक व्यक्ति को ये बीमारी होती है। अभी तक इस तरह की अतिरिक्त उंगली को अशुभ माना जाता था। कई बार अशुभ मानते हुए लोग ऐसी अतिरिक्त उंगली को आपरेशन के माध्यम से निकलवा भी देते हैं। औसतन 500 में से एक व्यक्ति सर्जरी कर इसे निकलवा देता है।

शोधकर्ताओं का कहना है कि भविष्य में बनाए जाने वाले रोबोट में भी छह उंगलियों का विस्तार होना चाहिए, जिससे वह और तेज गति से काम कर सके। छठवीं उंगली अंगूठे और तर्जनी के बीच होती है। नेचर कम्यूनिकेशन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, छह उंगली वाले लोगों में ज्यादातर लोगों की उंगली अंगूठे और तर्जनी के बीच होती है। इससे वे अपना काम पांच उंगलियों वाले की तुलना में ज्यादा आसानी से कर पाते हैं। ऐसे लोग जूते के फीते बांधने से लेकर टाइपिंग करने, कापियों के पेज पलटने और मोबाइल या वीडियो गेम खेलने में ज्यादा गति से काम करते हैं। हालांकि, उन्हें हाथों में दस्ताने और पैरों में जूते पहनने में परेशानी होती है। 

यूनिवर्सिटी के बायोइंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर एटीने बर्डेट का कहना है कि ऐसा अमूमन जन्मजात होता है लेकिन किसी ने इस बात की स्टडी नहीं की कि यह कितना उपयोगी हो सकता है।

छह उंगलियों वाली स्वप्ना बर्मन ने दिलवाया था भारत को गोल्ड मेडल

भारत में छह उंगलियों वालों के लिए अलग-अलग मिथक प्रचलित है। कहीं इनको भाग्यशाली माना जाता है और कहीं अशुभ। कुछ 6 उंगलियों वालों ने अपनी काबिलियत के बल पर इस मिथक को दूर भी किया है और वो बाकी लोगों के लिए उदाहरण स्वरूप हैं। फिल्म अभिनेता ऋत्विक रोशन और जानी-मानी एथलीट स्वप्ना बर्मन ने इस मिथक को भाग्यशाली साबित किया है। स्वप्ना बर्मन ने पैरों में छह उंगलियां होने के बावजूद 2018 में जकार्ता एशियन गेम्स के हेप्टाथलॉन में पहली बार भारत को गोल्ड दिलाया। उनकी पॉलिडेक्टिली तीसरे प्रकार की है, जिसमें छठी उंगली में मांस भी है और हड्डी भी। अब तक उन्होंने इसे निकलवाया नहीं है।

इसी तरह से फिल्म अभिनेता ऋत्विक रोशन अपनी डांस क्षमता और फिल्मों में अलग तरह के एक्शन के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कई ऐसी फिल्में की है जो आज भी यादगार है। ऋत्विक रोशन की फिल्में एकदम अलग सब्जेक्ट पर बनी होती है। इस वजह से दर्शक उसको देखने के लिए भी जाते हैं।

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