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पाकिस्तानी गोलाबारी में स्कूल व मस्जिद सहित 55 इमारतें क्षतिग्रस्त

पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए भारतीय सैन्य व नागरिक ठिकानों पर भारी गोलाबारी की। इसमें स्कूल की एक इमारत और एक मस्जिद समेत 55 इमारती ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए।

By Arti YadavEdited By: Published: Tue, 11 Sep 2018 07:46 AM (IST)Updated: Tue, 11 Sep 2018 09:26 AM (IST)
पाकिस्तानी गोलाबारी में स्कूल व मस्जिद सहित 55 इमारतें क्षतिग्रस्त
पाकिस्तानी गोलाबारी में स्कूल व मस्जिद सहित 55 इमारतें क्षतिग्रस्त

श्रीनगर (राज्य ब्यूरो)। उत्तरी कश्मीर के टंगडार (कुपवाड़ा) सेक्टर में पाकिस्तान ने रविवार रातभर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए भारतीय सैन्य व नागरिक ठिकानों पर भारी गोलाबारी की। इसमें स्कूल की एक इमारत और एक मस्जिद समेत 55 इमारती ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए। गोलाबारी में एक ग्रामीण भी घायल हो गया। भारतीय जवानों की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान की एक अग्रिम निगरानी चौकी के क्षतिग्रस्त व तीन पाकिस्तानी सैनिकों के जख्मी होने की सूचना है। हालांकि गोलाबारी सोमवार सुबह थम गई, लेकिन तनाव बना रहा। घुसपैठ की आशंका को देखते हुए सेना ने नियंत्रण रेखा के साथ सटे नदी नालों और जंगलों में तलाशी अभियान जारी रखा।

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पाकिस्तानी सैनिकों ने रविवार रात साढ़े आठ बजे टंगडार सेक्टर में मोर्टार व तोपखाने से गोलाबारी की। पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना की ब्लैक रॉक पोस्ट और करीब 11 गांवों को निशाना बनाया। पाकिस्तानी गोलाबारी में 53 रिहायशी मकानों के अलावा पारना में सरकारी प्राइमरी स्कूल और दाहनी गांव में एक मस्जिद क्षतिग्रस्त हो गई।

पारना गांव में ग्रामीण जहूर अहमद शेख अपने घर के पास गिरे तोप के गोले से निकले छर्रे से जख्मी हो गया। अधिकारियों ने बताया कि भारतीय जवानों ने करीब तीन घंटे तक पाकिस्तानी गोलाबारी का कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन जब गोलाबारी की तीव्रता लगातार बढ़ने लगी तो भारतीय जवानों ने भी जवाबी प्रहार किया। इसके बाद दोनों तरफ से एक दूसरे के ठिकानों पर शुरू हुई भीषण गोलाबारी सुबह पांच बजे तक जारी रही। एसडीएम, करनाह डॉ. मुहम्मद इलियास ने टंगडार सेक्टर में नुकसान की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने प्रभावित इलाके का दौरा किया है। संबंधित प्रशासन को लोगों को सरकारी स्कूलों की इमारतों में स्थानांतरित करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए भूमिगत बंकर भी तैयार करने को कहा गया है।


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