महाराष्ट्र: भीड़ ने समझा बच्चा चोर गैंग, पीट-पीटकर पांच लोगों को मार डाला
एक गांव में भीड़ ने बच्चा चोर गैंग समझ कर पांच लोगों की हत्या कर दी। गांववालों को शक था कि ये लोग बच्चा चोरी करने आए हैं।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। महाराष्ट्र के धुले जनपद में बच्चा चोर गैंग का सदस्य होने के संदेह में ग्रामीणों की उग्र भीड़ ने पांच लोगों को पीट-पीट कर मार डाला। मरनेवाले सभी सूबे के ही सोलापुर जिले के निवासी बताए जा रहे हैं। पुलिस ने इस हृदयविदारक घटना के सिलसिले में 15 लोगों को हिरासत में लिया है।
धुले के राइनपुर कस्बे में रविवार की साप्ताहिक बाजार लगा था। तभी वहां दिन में साढ़े ग्यारह बजे के करीब राज्य परिवहन की बस से कुछ लोग उतरे। उनमें से एक बाजार में खड़ी एक बच्ची से कुछ बात करने लगा। यह देखते ही स्थानीय ग्रामीणों ने बस से उतरे लोगों को बच्चा चोर गिरोह का सदस्य समझ पीटना शुरू कर दिया। बाजार में उपस्थित दो पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव की कोशिश की तो उन्हें भी भीड़ के गुस्से का शिकार होना पड़ा। पांच अजनबियों को इतना पीटा गया कि उन सभी की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों का शव निकट के पिंपलनेर अस्पताल ले जाया गया है।
धुले के पुलिस अधीक्षक एम रामकुमार ने बताया कि आसपास के आदिवासी क्षेत्रों में कुछ समय से वाट्सएप पर बच्चा चोरों के सक्रिय होने की अफवाह चल रही थी। इसी शक में पांच अजनबियों की जान चली गई। घटना के बाद शक के आधार पर 15 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री दीपक केसरकर ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
बच्चा चोर गिरोह सक्रिय होने की अफवाह तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में भी फैल गई है। शहर के तेनमपेट इलाके में रविवार को स्थानीय लोगों ने दो प्रवासी मजदूरों को बच्चा चोर होने के संदेह में बुरी तरह से पीट दिया। पुलिस ने जख्मी हालत में दोनों को उग्र भीड़ की चंगुल से छुड़ाया। गंभीर रूप से घायल मजदूरों को चेन्नई के सरकारी स्टेनली मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। इससे पूर्व राज्य के वेल्लोर जिले में गत 28 अप्रैल को एक हिंदीभाषी मजदूर को बच्चा चोर होने के शक में पीट-पीट कर मार डाला गया था।