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कोरोना से प्रभावित थी CRPF की पूरी बटालियन, अब लोगों के लिए बनी फरिश्ता

केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के लगभग 4 हजार जवान कोरोना से जंग के बाद प्लाज्मा डोनर्स बन गए हैं।

By Manish PandeyEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 10:03 AM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2020 10:43 AM (IST)
कोरोना से प्रभावित थी CRPF की पूरी बटालियन, अब लोगों के लिए बनी फरिश्ता
कोरोना से प्रभावित थी CRPF की पूरी बटालियन, अब लोगों के लिए बनी फरिश्ता

 नई दिल्ली, एएनआइ। लगभग तीन महीने पहले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की 31वीं बटालियन कोरोना वायरस से बूरी तरह प्रभावित थी, लेकिन अब यही जवान कोरोना के मरीजों की जान बचाने में अहम योगदान दे रहे हैं। कोरोना से ठीक हो चुके बटालियन के सभी जवान प्लाज्मा दान करने के लिए सामने आए हैं। सीआरपीएफ की 31वीं बटालियन ही नहीं केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के लगभग 4 हजार जवान कोरोना से जंग जीतने के बाद प्लाज्मा डोनर्स बन गए हैं। सीमा सुरक्षा बल (BSF), इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) ने जवानों की एक सूची तैयार की है जो आवश्यकता पड़ने पर अपने प्लाज्मा दान करने के लिए तैयार हैं।

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बता दें कि सीआरपीएफ की 31वीं बटालियन के जवान ने पहले ही एक पत्रकार और अन्य दो व्यक्तियों को प्लाज्मा दान किया है। जवानों ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि शुरू में जब उन्हें पता चला कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं, तो वह बहुत डर गए थे। लेकिन अब इलाज करवाने के बाद वे प्लाज्मा दान करने के लिए तैयार हैं।

हेड कांस्टेबल मंजीत सिंह ने बताया कि जब मुझे पता चला कि मैं कोरोना वायरस से संक्रमित हूं, तो मैं बहुत डर गया था। मैं 15 दिनों के लिए एक आइसोलेशन वार्ड में था और बाद में 15 दिन क्वारंटाइन केंद्र में बिताए। हाल ही में मुझे पता चला कि मैं अपना प्लाज्मा का दान करके लोगों की जान बचा सकता हूं। मैंने इसे दान कर दिया। सीआरपीएफ के गणेश कुमार ने कहा कि प्लाज्मा दान के लिए कॉल आने के बाद वह तुरंत अस्पताल गए और एक ऐसे व्यक्ति को बचाया जो वेंटिलेटर पर था और जीवित रहने के लिए संघर्ष कर रहा था।

130 से अधिक प्लाज्मा डोनर्स

बता दें कि यह आवश्यक नहीं है कोरोना से ठीक हुआ हर मरीज अपना प्लाज्मा दान कर सकता है। 31वीं बटालियन के सेकेंड इन कमांड दीपेंद्र राजपूत ने एएनआई को बताया कि हमने प्लाज्मा डोनेट करने के लिए नौ जवान भेजे थे, लेकिन नौ में से छह जवान प्लाज्मा डोनेट करने के लिए फिट नहीं थे। हमारी 31वीं बटालियन में 130 से अधिक मामले थे और अब हमारे पास 130 प्लाज्मा डोनर हैं।

प्लाज्मा डोनर्स की सूची तैयार

प्लाज्मा दान के लिए न केवल सीआरपीए ही नहीं बल्कि बीएसएफ, आइटीबीपी आदि भी कमर कस रहे हैं। बीएसएफ के डीआईजी ललित कुमार ने बताया कि वे प्लाज्मा डोनर्स की सूची तैयार कर रहे हैं और बल के जवान एम्स के माध्यम से प्लाज्मा दान करेंगे। हम एम्स को एक सूची प्रदान करेंगे और जब भी आवश्यकता होगी जवानों को प्लाज्मा दान करने के लिए अस्पताल भेजा जाएगा। वे सभी तैयार हैं और जल्द ही सूची एम्स को सौंप दी जाएगी।


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